फसल अवशेष प्रबन्धन जागरूकता वाहनों को हरी झण्डी दिखाकर किया गया रवाना
कृषि वैज्ञानिकों द्वारा किसानों को श्री अन्नों की खेती के लिये किया गया प्रोत्साहित
खबर दृष्टिकोण
ब्यूरो रिपोर्ट
सीतापुर। जनपद में श्री अन्नों के आच्छादन तथा उत्पादन को बढ़ाये जाने के लिये कृषकों को श्री अन्न उगाने हेतु प्रोत्साहित किये जाने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश मिलेटस पुनरोद्धार कार्यक्रम के अन्तर्गत एक दिवसीय मिलेटस गोष्ठी का आयोजन मंगलवार को कृषि भवन खैराबाद के परिसर में किया गया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में फसलों के अवशेष जलाने से हो रहे नुकसान के सम्बन्ध में जागरूकता के प्रसार के लिए फसल अवशेष प्रबन्धन जागरूकता वाहनों को कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नगर विकास राज्ममंत्री राकेश राठौर गुरू द्वारा हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया। यह जागरूकता वाहन जनपद के सभी विकास खण्डों में घूम-घूमकर फसल अवशेषों को जलाने से सम्बन्धित होने वाली हानियों के विषय में प्रचार-प्रसार करेंगे। मिलेटस गोष्ठी कार्यक्रम का उद्घाटन मंत्री द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया। कार्यक्रम में पधारे कृषि एवं विभिन्न विभागों के अधिकारियों द्वारा अपने विभाग से सम्बन्धित योजनाओं के विषय में कृषकों को जानकारी प्रदान की गयी। मिलेटस रेसिपी विकास एवं उपभोक्ता जागरूकता कार्यक्रम के तहत व्यंजन विकास प्रतियोगिता भी आयोजित की गयी जिसमें जनपद से कुल 16 प्रतिभागियों द्वारा मिलेटस के विभिन्न जैसे बाजरे की खिचडी, कोदो की खीर, रागी के लडडू, बाजरे की पकौड़ी आदि तैयार कर निर्णायक मण्डल के समक्ष प्रस्तुत किया गया। व्यंजन प्रतियोगिता में प्रथम पुरूस्कार ओजोन फार्मर प्रोड्यूसर कम्पनी द्वितीय पुरूस्कार कृषि विज्ञान केन्द्र कटिया तथा तृतीय पुरूस्कार राजकीय बालिका इण्टर कालेज की छात्राओं को प्रदान किया गया। अन्य सभी प्रतिभागियों को सांत्वना पुरूस्कार एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये जिलाधिकारी अभिषेक आनंद द्वारा किसानों से श्री अन्नों की खेती के क्षेत्र में आगे आने की अपील की गयी। उन्होने बताया कि श्री अन्न- हमारी ऐतिहासिक धरोहर है, जिसकी खेती हमारे पूर्वज सदियों से करते आये हैं। आज पूरा विश्व श्री अन्नों का उपभोग करना चाहता है किन्तु अल्प उपज एवं कम आच्छादन के कारण इसकी पर्याप्त आपूर्ति नहीं की जा पा रही है। श्री अन्नों के पोषक गुणों तथा औषधिक महत्व के चलते वर्तमान तथा आने वाले समय में श्री अन्नों की मांग निश्चित रूप से बढ़ने वाली है। हमारे किसान भाइयों और एफ०पी०ओ० को इस अवसर का लाभ उठाते हुये श्री अन्न उत्पादन के क्षेत्र में आगे आना चाहिए।
मंत्री द्वारा कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये बताया गया कि इस तरीके के आयोजनों से निश्चित रूप से श्री अन्नों के आच्छादन तथा उत्पादन को बढ़ाये जाने में सहायता प्राप्त होगी। गोष्ठी कार्यक्रम के लिये कृषि विभाग की सराहना की गयी।