पांच शताब्दियों से इंतजार वाले दिनपर सरकारी गैर सरकारी, औद्योगिक, व्यापारिक संगठनों को पूर्ण अवकाश की घोषणा स्वतःसंज्ञान लेकर करना समय की मांग- एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया
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गोंदिया – वैश्विक स्तरपर शायद ही कोई ऐसा देश होगा जिसमें प्रभु श्रीराम का नाम ना लिया गया हो या कोई इसे नहीं जानता ना हो, यह मेरी मेरा अटूट विश्वास इसलिए भी है कि शायद ही ऐसा कोई देश होगा जहां मूल भारतीयों का वास नहीं हो और उस मूल भारतीय में प्रभु श्री राम के प्रति आस्था ना हो, क्योंकि प्रभु श्री राम कण कण में विराजमान है। भारत में 22 जनवरी 2024 का दिन 5 शताब्दियों से भी अधिक समय के बाद आ रहा है जब प्रभु श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा होगी, क्योंकि दिनांक 18 जनवरी 2024 को प्रभु श्री राम को आसन पर विराजमान कर दिया गया है। अब बारी उनकी प्राणप्रतिष्ठा की जाएगी, पूजा और विधि विधान से प्रभु श्रीराम के स्वरूप की प्राण प्रतिष्ठा जाएगी। यानें प्राण प्रतिष्ठा के बाद वह मूर्ति नहीं, बल्कि साक्षात प्रभु श्री राम जिसके विधि विधान से प्राण हग दिए गए हैं अदृश्य रूप से हाजरा हजूर हो जाएंगे यानी उनका मानवीय प्राण साक्षात मानवीय प्राण साक्षात हो जाएंगे इस पल की प्रतीक्षा मानवीय जीव पीडिया से कर रहा था कृपाल से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक लड़ाई लड़ने के बाद अब यह अवसर आया है तो हम सबको मिलकर इस पल को ऐसा ऐतिहासिक सजीव चित्रण कर रखना है कि आने वाली सैकड़ो पीडिया में यह दिन की गाथा एक स्वर्ण गाथा बन जाए इसके लिए भारत के ही नहीं अपितु सारी दुनिया के सारी दुनिया में बसे मूल भारतीयों को अपना योगदान देना होगा अभी 18 जनवरी 2024 को देर शाम केंद्र सरकार ने 2.30 तक आधे दिन की छुट्टी घोषित की है जो मेरा मानना है की धार्मिकता के साथ पूर्ण इंसाफ नहीं है बल्कि पूरी छुट्टी की घोषणा करने की जरूरत को रेखांक आईटी किया जा सकता है इसके साथ ही मेरा एक विशेष सुझाव और निवेदन अन्य राज्य सरकारों केंद्र शासित प्रदेशों सरकारी गैर सरकारी संस्थान औद्योगिक व्यापारिक व्यावसायिक संस्थानों प्रतिष्ठान ऑन से के केंद्रीय संगठनों से अपील है के स्वेटर संज्ञान लेकर एक अपील जारी की जाए कि 22 जनवरी 2024 को सभी संगठन संस्थान बंद रखें ताकि वह स्वयं उनके उनके कर्मचारी इत्मीनान से प्रभु श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा को अपने घरों में बेफिक्र होकर लाइव देख सकें प्रभु श्री राम के दर्शन कर सके। जीवन का हर दिन तो हम जीते ही रहते हैं परंतु यह दुर्लभ दिन 22 जनवरी 2024 को हम अपने जीवन के अनमो दिन के रूप में अवकाश घोषित कर इसे स्वर्णिम दिन बनाएं उम्मीद है मेरी इस अपील को सभी संगठन स्वीकार करने को रेखांकित करेंगे। चूंकि प्रभु श्री राम 18 जनवरी 2024 को गर्भ ग्रह में अपने आसन पर विराजमान हो गए हैं इसलिए आज हम मीडिया में उपलब्ध जानकारी के सहयोग से इस आर्टिकल के माध्यम से चर्चा करेंगे, पांच शताब्दियों से इंतजार वाले दिन पर सरकारी गैर सरकारी औद्योगिक व्यापारिक व्यवसायिक संगठनों को पूर्ण अवकाश की घोषणास्वतः संज्ञान से करना समय की मांग है।साथियों बात अगर हम सभी संस्थाओं संगठनों से 22 जनवरी 2024 को पूर्ण अवकाश करने के स्वतःसंज्ञान अपेक्षा की करें तो, राम मंदिर जो पांच शताब्दियों के लंबे इंतजार के बाद पूर्ण हुआ है और जो बताता है कि विध्वंस से बड़ा पुननिर्माण होता है।अपनी जन्मभूमि पर जो राम वर्षों तक टाट के नीचे रहे, अब अयोध्या में भव्य राम मंदिर में गर्भगृह के भीतर विराजमान हो चुके हैं। इंतजार अब रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का है। श्रीराम के अपने मंदिर में पहुंचने की प्रतीक्षा करते करोड़ों भक्त अब अपने भावों को रोक नहीं पा रहे हैं। गर्भगृह में आसन पर विराजे रामलला
अब राम जन्म भूमि के श्रीराम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को 100 घंटे से भी कम बचे हैं। रामलला राम मंदिर के गर्भगृह में अपने आसन पर विराजमान हो गए हैं। अब सिर्फ प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम बाकी है। 22 जनवरी को देश में सभी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को एकरूप में देख सकें, इसलिए गुरुवार को केंद्र सरकार ने भी एलान कर दिया कि 22 जनवरी को आधे दिन की छुट्टी केंद्रीय दफ्तरों में रहेगी। इस ऐलान के बाद कयास लग रहे हैं कि, 22 जनवरी को देश में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा लाइव देखने का एक बड़ा रिकॉर्ड भी बन सकता है। इन्हीं भावनाओं को समझते हुए देश में 22 जनवरी के लिए केंद्र से लेकर तमाम राज्य सरकारें बड़े फैसले लेने लगी हैं। फैसला प्राण प्रतिष्ठा के दिन देश में भक्तों के लिए फैसला 22 जनवरी को सबके भक्ति भाव के ध्यान का फैसला सोमवार को देश में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा सुकून से देखने का, 22 जनवरी को दोपहर 12:20 से 1 बजे तक प्राण प्रतिष्ठा अब जब पीएम रामलला की मूर्ति में प्राण प्रतिष्ठा के दौरान यजमान बनेंगे, तब देश में कोई भी सदियों से प्रतीक्षा करते राष्ट्र के पल को देखने में अभागा न रहे। राममय माहौल वाले देश में 22 जनवरी को दोपहर 12.20 बजे से एक बजे तक प्राण प्रतिष्ठा समारोह की पूजा होनी है, उससे पहले भी कुछ पूजा समारोह होना है। यानी देखा जाए तो सुबह से लेकर दोपहर एक बजे तक रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करोड़ों लोगों देखना चाहेंगे, इसीलिए अब केंद्र सरकार ने अपने सभी कर्मचारियों को 22 जनवरी को आधे दिन की छुट्टी दे दी है। फैसला हुआ है कि 22 जनवरी को सुबह से लेकर दोपहर ढाई बजे तक देशभर में सरकारी कार्यालयों और केंद्र सरकार के स्कूलों-संस्थानों में आधे दिन की छुट्टी रहेगी। भक्ति के इसी भाव में देश में प्राण प्रतिष्ठा का समारोह हर रामभक्त नागरिक देख सके, इसीलिए सिर्फ केंद्र सरकार ही नहीं बल्कि 22 जनवरी को यूपी में सभी दफ्तर बंद करने का आदेश सरकार ने पहले ही दे दिया।22 जनवरी को उत्तर प्रदेश में सभी स्कूल-कॉलेज भी बंद रहने वाले हैं।22 जनवरी को उत्तर प्रदेश में मांस और मदिरा यानी शराब की दुकानें भी बंद रहेंगी। मध्य प्रदेशः मध्य प्रदेश में प्राण प्रतिष्ठा के दिन स्कूलों में छुट्टी रहेगी।छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ में सभी स्कूलों को बंद रखने का निर्देश दिया गया है।गोवाः गोवा में सरकारी छुट्टी घोषित है। स्कूल, दफ्तर सब बंद रहेंगे।हरियाणाः हरियाणा में भी स्कूलों में छुट्टटी 22 जनवरी को रहेगी।ओडिशाः ओडिशा में राज्य सरकार ने हॉफ डे की घोषणा की है.। गुजरातः गुजरात में 22 जनवरी को हॉफ डे घोषित किया गया है।बीजेपी शासित अन्य राज्यों में भी हो सकती है घोषणा संभव है कि केंद्र सरकार की तऱफ से आधे दिन की छुट्टी प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लाइव देखने के लिए देने का एलान होने के बाद अब पार्टी शासित राज्य और भी छुट्टी देने की घोषणा करें। खबर है कि पीएम ने सभी मंत्रियों से कहा कि वह 22 जनवरी को अपने घरों में ही दीपक जलाएं। गरीबों को खाना खिलाएं, दीवाली जैसा उत्सव मनाने को कहा गया है। पीएम की तरफ से 22 जनवरी के बाद अपने अपने संसदीय क्षेत्रों के लोगों को अयोध्या के लिए ट्रेनों में रवाना करने के लिए भी कहा गया है। इसकी पूरी व्यवस्थान देखने और खुद भी ट्रेन में उनके साथ अयोध्या जाने के निर्देश दिए गए हैं। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि सादगी से सबकुछ करना है ताकि सौहार्द और सद्भाव बना रहे।
साथियों बात अगर हम प्रभु श्री राम के टाट में रहने से 18 जनवरी 2024 को गर्भग्रह आसन पर विराजमान की करें तो, रामलला राम मंदिर के गर्भगृह में अपने आसन पर विराजमान हो गए हैं।अब सिर्फ प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम बाकी है। 22 जनवरी को देश में सभी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को एकरूप में देख सकें, तैयारी पूरी हो चुकी है। मंदिर प्रांगण सज चुका है। परिसर तैयार है, गर्भगृह प्राण प्रतिष्ठा के लिए प्रतीक्षा में है और 140 करोड़ भारतीयों की आंखें इस वक्त अयोध्या की ओर हैं। राहों में पलक-पांवड़े बिछाए श्रद्धालु बस उस पल का इंतजार कर रहे हैं, जब श्रीराम विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा होगी और फिर रामलला के भव्य दर्शन होंगे। घड़ी नजदीक ही आ गई है, महज 4 दिन और बाकी हैं। प्राण प्रतिष्ठा के लिए 22 जनवरी 2024 की तारीख तय है और इस तय तारीख से पहले गुरुवार 18 जनवरी को गर्भगृह में प्रतिमा को स्थापित किया जा चुका है। 22 जनवरी को देश में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा लाइव देखने का एक बड़ा रिकॉर्ड भी बन सकता है।
अतः अगर हम उपरोक्त पूरे विवरण का अध्ययन कर इसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि गर्भग्रह में अपने आसन पर विराजे राम लला।देश में 22 जनवरी 2024 को रामलला की प्राणप्रतिष्ठा लाइव देखने का वैश्विक रिकॉर्ड बन सकता है।पांच शताब्दियों से इंतजार वाले दिनपर सरकारी गैर सरकारी, औद्योगिक, व्यापारिक संगठनों को पूर्ण अवकाश की घोषणा स्वतःसंज्ञान लेकर करना समय की मांग है।
-संकलनकर्ता लेखक – कर विशेषज्ञ स्तंभकर एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र