खबर दृष्टिकोण
संदना /सीतापुर ।
धार्मिक जगह पर होने वाली रामलीला दुर्गा पूजा के स्थलों का जायजा ले रही है। नैमिष क्षेत्र के पहला आश्रम निवासी महंत नारायण दास ने मिट्टी के हनुमान अंगद और रावण की प्रतिमा बनवाना शुरू कर दी है।
दरअसल गोंदलामऊ क्षेत्र के पहला आश्रम में
दशकों से चली आ रही रामलीला की तैयारी शुरू हो गई है।
नैमिष के चौरासी कोसी परिक्रमा अध्यक्ष ने यह तैयारियां शुरू की है।यह रामलीला गोंदलामऊ क्षेत्र के पहला आश्रम में आयोजित होती है। महंत ने पत्रकारों को
बात चीत के दौरान बताया यह आयोजक करीब दो सौ साल पहले से होता चला आ रहा है। उन्होंने बताया इस परंपरा की शुरुआत परम गुरु सीताराम महराज ने की थी। तब से रामलीला मेले का आयोजन चल रहा है।
यहां मिट्टी के हनुमान अंगद,तथा रावण की प्रतिमा बनाई जा रही है। सैकड़ो गांवों के लोग इस रामलीला में पहुंचते हैं।
मौजूद समय में सोलहवीं पीड़ी इस रामलीला की देखरेख कर रही है।
विगत वर्षों की भांति परेवा तिथि से एकादशी तक यानी 10 दिनों के लिए रामलीला का मंचन किया जाता है। हमारे संवाददाता सुनील आनंद ने परिक्रमा अध्यक्ष से खास बातचीत की है।