खबर दृष्टिकोण
सुदीप मिश्र
मिश्रित /सीतापुर । निराश्रित पशुओं से कृषि फसलों की सुरक्षा को लेकर प्रदेश के मुख्य मंत्री ने प्रत्येक न्याय पंचायत पर निराश्रित पशु आश्रय स्थल निर्मित कराकर उनमें चारा पानी आदि सभी व्यनवस्थाऐं चाक चौबंद करने के कड़े निर्देश दिए हैं । लेकिन विकासखण्ड मिश्रित की ग्राम पंचायत गोहिलारी के मजरा लोकनापुर में ग्राम प्रधान व पंचायत सचिव द्वारा 26 लाख रुपए की सरकारी लागत से गोमती नदी के किनारे निर्मित कराया गया पशु आश्रय स्थल ग्राम प्रधान की मनमानी का शिकार होकर रह गया है । इस पशु आश्रय स्थल में निराश्रित पशु न के बराबर हैं । यहां के प्रधान के द्वारा अपनी भैसे बांध कर निजी प्रयोग में ले रहे हैं । जब कि ग्राम पंचायत में सैकड़ो आवारा पशु घूम रहे हैं । पलक झपकते ही किसानों की फसलें चट कर जाते हैं । किसान रात दिन जाग कर बीमार पड़ रहे हैं । इस लिए यहां के किसानों ने जिला प्रशासन का ध्यान इस ओर आकर्षित कराते हुए पंचायत सचिव व ग्राम प्रधान के विरुद्ध कार्यवाही करने की मांग की है ।