लखनऊ । समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि राजनीति की शुचिता भाजपाई छल-छद्म की राजनीति के चलते संकट में पड़ गई है। देश आजादी के 75 वर्ष में अमृत महोत्सव मनाने जा रहा है लेकिन स्वतंत्रता संघर्ष के जो मूल्य थे, वे नेपथ्य में हो गए हैं। लोकतंत्र का मूल आधार खतरे में है। संसदीय जनतंत्र की सार्थक भूमिका बनाए रखने के लिए समाजवादी पार्टी पूरी ताकत से सदन के अंदर व बाहर जनता की आवाज पुरजोर तरीके से उठाएगी।सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी कार्यालय में प्रदेश के विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों से आए नेताओं व कार्यकर्ताओं से मुलाकात में कहा कि पांच वर्ष तक सत्ता में रहते हुए भाजपा ने जनहित का कोई काम नहीं किया। अब फिर प्रदेश में भाजपा सरकार आ गई है ऐसे में जो समस्याएं भाजपा ने पैदा की हैं, उनका निदान दूर-दूर तक होता नहीं दिख रहा है। विधानसभा चुनावों में जनता भाजपा की भय-भ्रम की राजनीति की शिकार हो गई है। सपा अपने तमाम सहयोगियों और समर्थकों के साथ नई ऊर्जा के साथ भविष्य की रणनीति बनाकर संघर्ष करती रहेगी।राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि विगत पांच दिनों से अखिलेश यादव से दर्जनों नवनिर्वाचित विधायकों और गठबंधन के नेताओं के अलावा हजारों समर्थकों ने भी भेंट की है। उन्होंने अखिलेश यादव के नेतृत्व की सराहना करते हुए उनको अपना पूर्ण समर्थन देने का भरोसा दिलाया है। कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में चुनावों में हुई धांधली से भी अवगत कराया है। ईवीएम और सत्ता के दुरुपयोग की चर्चाएं हर तरफ हो रही हैं।