हाथरस। सनातन के जय घोष, भगवा की तरंग और भाव, भक्ति व समर्पण की त्रिवेणी में डूबे भक्तजन ठा.कन्हैयालाल के उत्सव में चले जा रहे थे। मुख से भजनों की तरंग, हाथ में मृदंग, ढोल,मजीरा आदि सप्तरंगी मंदाकनी का मिक्चर उत्सव के आनंद में परमानंद की प्राप्ति करा रहा था।यह आंखों देखा वर्णन ब्रज के द्वार हाथरस के रुई की मंडी स्थित ठा. कन्हैयालाल जी महाराज के 11 वें प्रभात फेरी उत्सव के मौके पर निकाली गई फेरी शोभायात्रा का है। 15 फरवरी को फेरी निकाली गई फेरी शोभायात्रा से पूर्व 14 को कार्यक्रम की शुरुआत मंगला आरती से हुई। जबकि इसके बाद शाम को सुंदरकांड पाठ में भी जमकर भक्तिरस की बारिश हुई। जबकि 15 मंगला आरती के बाद ठा. कन्हैयालाल जी महाराज का मंत्रोच्चारण के साथ महाअभिषेक पूजन के बाद फेरी शोभायात्रा नगर में भ्रमण के लिए निकली।इसी दिन शाम को वृंदावन धाम से पधारे नृत्यनाटिका रास कलाकारों ने भक्तिरस में शनी नृत्य नायिकाओं को प्रस्तुत कर उपस्थित भक्तों को कलियुग में द्वापर का अहसास करा दिया। जबि 16 जनवरी को मंगला आरती के बाद ठा.कन्हैयालाल जी महाराज की भजन-कीर्तन के साथ प्रभात फेरी सप्त परिक्रमा लगाई गई।इस अवसर पर मुख्य रूप से सेवायत पं. योगेश कुमार मिश्र ‘पप्पू गुरु’, चेतन पंडित जी, पं. लक्की महाराज, गोपाल कुमार वार्ष्णेय, पवन कुमार गुप्ता सभासद, रामगोपाल वार्ष्णेय, महेंद्र कुमार अग्रवाल, सीताराम वार्ष्णेय, हरिओम वर्मा, अमित मल्होत्रा, जीतू वार्ष्णेय, प्रेमबिहारी ‘भगत’ जी, सोहनलाल वर्मा, गोविंद शरण वार्ष्णेय, महेश कुमार वार्ष्णेय, प्रवीण कुमार वार्ष्णेय, श्रीमती शुशीला अग्रवाल राजगढ़िया, देवेश कौशिक बौहरे जी आदि का प्रमुख सहयोग सराहनीय रहा।