ख़बर दृष्टिकोण उन्नाव संवाददाता अजीत कुमार यादव
उन्नाव इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में उद्यम लगाने की संभावनाओं की जांच के लिए संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के एक्वा कल्चर कंपनी की 3 सदस्यीय टीम उन्नाव के सराय कटियान गांव पहुंची। यह कंपनी उन्नाव में मछली पालन के लिए संभावनाएं तलाशने के लिए आई थी। टीम ने क्षेत्र का भ्रमण किया और यहां की मिट्टी व पानी का सैंपल लिया। यह कदम इस क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियों खासकर मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है। बता दे की अनुसार टीम में कंपनी की निदेशक हेना और उनके दो अन्य अधिकारी शामिल थे। टीम ने सबसे पहले क्षेत्र की भौतिक स्थितियों का जायजा लिया और यह जानने की कोशिश की कि क्या यह क्षेत्र मछली पालन के लिए उपयुक्त है। इसके बाद टीम ने मिट्टी का सैंपल लिया, ताकि यह आकलन किया जा सके कि यहां के पर्यावरणीय और भौतिक तत्व मछली पालन के लिए कितने अनुकूल हैं। टीम ने आसपास के पानी का भी निरीक्षण किया और पानी की गुणवत्ता जांचने के लिए एक मशीन का इस्तेमाल किया। हालांकि इस जांच से केवल पानी की तत्काल स्थिति का अनुमान लगाया गया, जबकि विस्तृत परीक्षण के लिए पानी के सैंपल को लैब में भेज दिया गया है। अधिकारियों ने यह भी बताया कि कंपनी ने इस क्षेत्र में मछली पालन के लिए 50 एकड़ भूमि का प्रस्ताव रखा है। SDM सदर क्षितिज द्विवेदी ने कहा कि टीम ने सभी पहलुओं की बारीकी से जांच की और जल्द ही इस पर विस्तृत जानकारी साझा की जाएगी। क्षेत्र का दौरान करने के बाद टीम ने SDM के साथ बैठक कर क्षेत्र में ड्रेनेज व्यवस्था, बिजली आपूर्ति और परिवहन व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। टीम के अधिकारियों ने बताया कि मछली पालन में सबसे अधिक पानी का उपयोग होता है, इसलिए इस क्षेत्र में पानी की निकासी के लिए एक मजबूत ड्रेनेज सिस्टम की आवश्यकता होगी। टीम ने बताया कि उनकी योजना सिर्फ क्षेत्र में मछली पालन तक सीमित नहीं, बल्कि इस परियोजना से स्थानीय किसानों की आमदनी भी बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा। इसके लिए किसानों को भी इस परियोजना में शामिल किया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि मछली पालन के उद्योग से संबंधित कार्यों में स्थानीय किसानों को रोजगार देने के अवसर पैदा किए जाएंगे। जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सकेगा। बता दें कि इससे पहले कंपनी के अधिकारी बाराबंकी में इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का निरीक्षण कर चुके हैं। उन्नाव के बाद अब उनका अगला पड़ाव गाजीपुर है। टीम ने बताया कि वे सभी जगहों की रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं और 15 अक्टूबर को प्रदेश के मुख्य सचिव (CS) के साथ होने वाली बैठक में रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। इस बैठक में इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में उद्यम लगाने पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। यह परियोजना इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में निवेश बढ़ाने के लिए तैयार की गई है। इससे न केवल क्षेत्र की औद्योगिक वृद्धि होगी, बल्कि स्थानीय लोगों की आर्थिक स्थिति भी सुधारेगी।