खबर दृष्टिकोण जुम्मन अली
पडरौना, कुशीनगर । पडरौना – दुदही मार्ग सेमरा हर्दो में मदरसा रहमानिया इस्लामिया स्कूल में शिक्षक दिवस को बड़े खुशी के साथ मनाया गया। शिक्षक दिवस पर आयोजित प्रोग्राम में रहमानिया स्कूल के वरिष्ट अध्यापक हाफिज मुजफ्फर हुसैन ने बच्चों से रूबरू होते हुए शिक्षक दिवस के बारे में जानकारी दी और बच्चों को एक वाक्या के जरिये नसीहत दी कि वह छोटी सी छोटी जानकारी क्यो न हो उस्ताद उस्ताद होता है क्योकि अंधकार से उजाले की रास्ता दिखाता है।
स्कूल के प्रिंसिपल सदरे आलम ने बच्चों से रूबरू होते हुए बताया कि “अदब से जिन्दगी बनती है जन्नत भी जहन्नम भी ये खाकी अपने फितरत में न नूरी है न नारी ” और बच्चों को शेर से समझाते बताया कि अध्यापक तथा अध्यापिका के सामने बहुत ही अदबो- ऐतराम से खड़े होने चाहिए और कभी भी उनके आगे नही चलना चाहिए, और जब भी चले तो बड़े अदबो एहतराम के साथ पिछे रहते हुए चले, कभी भी उनके सामने खिलखिला कर नही हँसना चाहिए और न ही उनसे ऊँचे आवाज़ में बात करना चाहिए। छात्र तथा अध्यापक के सम्बंध के बारे में बताया , उन्होंने कहाँ कि अध्यापक के लिए सब कुछ उनका स्कूल ही होता है अध्यापक दिन-रात यही सोचता रहता है कि मेरे स्कूल के बच्चों की तरक्की कैसे हो ,रोजाना नई नई तरकीबे सिखाने की कोशिश करता रहता हैं उसके लिए बच्चे ही सब कुछ होते है। इस प्रोग्राम के आखिर में दुआ के लिए कारी व हाफिज जिब्रील ने बच्चों के लिए तथा देश में अमनो व सकूँन के लिए दुआ किया । इस मौके पर सारे छात्र तथा छात्राओ ने अपने उस्तादों को कलम दे कर खुशी का इज़हार किया इस मौके पर हाफिज रुहुल अमीन, मौलवी ओसामा, मिस जोहरा खातून, गुलअपसा खातून, तबस्सुम खातून, मास्टर सदरे आलम, हाफिज मुजफ्फर हुसैन और स्कूल के सभी विद्यार्थी उपस्थित रहे।