खबर दृष्टिकोण
मिश्रित/ सीतापुर । सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ और जनपद के जिलाधिकारी द्वारा सख्त हिदायत देने के बावजूद भी मिश्रित ब्लाक में कई जिम्मेदार अधिकारियों के बजाय उनके द्वारा लगाए गए प्राइवेट राइट हैंड शासकीय अभिलेखों में उल्टे सीधे कार्य करके प्रदेश शासन और जिलाधिकारी के सख्त आदेश को मुंह चिढ़ा रहे हैं । मिश्रित ब्लाक कार्यालय में उच्चाधिकारियों की तो बात ही दूर है । ग्राम पंचायतों में तैनात ग्राम पंचायत अधिकारी व ग्राम विकास अधिकारी भी सरकारी अभिलेखीय लिखा पढ़ी करने के लिए अपने प्राइवेट मुंशी लगा रखा हैं । लेकिन यह अधिकारी और कर्मचारी इन प्राइवेट लोगों प्रति माह मानदेय कहां से देते हैं । आम जनता में एक यक्ष प्रश्न बना हुआ है । आपको बता दें कि ब्लाक में तैनात जेई आरईडी ललित वर्मा के ब्लाक कार्यालय में दर्शन बहुत कम होते हैं । कार्यालय में बैठकर उनके राइट हैंड त्रिभुवन नामक प्राइवेट व्यक्ति जो सरकारी अभिलेखों में मुंह मांगी रकम लेकर विकास कार्यों की बिना जांच किए ही एमबी कर देते हैं । ग्राम प्रधानों से विकास कार्यों की एमबी करने के नाम पर निर्माण लागत का 2 से 5 प्रतिशत सुविधा शुल्क लेकर कार्य एमबी को हरी झंडी दे देते हैं । इस मामले में संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों के राइटिंग की अगर जांच किसी एक्सपर्ट एजेंसी से करा ली जाय । तो सारी कलई खुद व खुद खुलकर सामने आ जाएगी ।