खबर दृष्टिकोण उन्नाव संवाददाता अजीत कुमार यादव
उन्नाव। शनिवार से गणेश चतुर्थी के अवसर पर गणेश महोत्सव की तैयारियां पूरे उत्साह के साथ चल रही हैं। शुक्लागंज और उसके आसपास के क्षेत्रों में गणेश चतुर्थी की धूम मची हुई है। जगह-जगह पंडाल सजाए जा रहे हैं और मूर्तिकार भगवान गणेश की मूर्तियों को अंतिम रूप देने में व्यस्त हैं। इस साल मूर्तियों और सजावटी वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है, जिससे भक्तों को महंगे दाम चुकाने पड़ रहे हैं। गणेश चतुर्थी के मौके पर नगर और ग्रामीण क्षेत्रों में गणेश बप्पा की मूर्तियों की स्थापना की जाएगी। पंडाल सजाने का काम तेजी से चल रहा है। नेहरू नगर साकेतपुरी में शुक्लागंज के राजा का बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इसके अलावा, चंपापुरवा, पोनी रोड, इंद्रा नगर, प्रेम नगर, भातू फार्म, गायत्री नगर, आनंद नगर और ऋषि नगर जैसे मोहल्लों में भी गणेश पंडाल तैयार किए जा रहे हैं। मूर्तिकार सुनील पॉल की दुकान मरहला चौराहे पर स्थित है। उन्होंने बताया कि इस बार प्रतिमाओं की लागत बढ़ गई है। उन्होंने कहा, “मिट्टी तो आसानी से मिल जाती है, लेकिन मूर्तियों को रंगने के लिए आवश्यक रंग और कपड़े की लागत बढ़ गई है। जीएसटी के कारण सभी चीजें महंगी हो गई हैं, जिससे मूर्तियां भी महंगी तैयार हो रही हैं।” शुक्लागंज में घरों और सार्वजनिक स्थानों पर गणेश प्रतिमाओं की स्थापना के लिए दुकानें सज गई हैं। दुकानदारों ने बताया कि इस वर्ष मूर्तियों के दाम पिछले साल की तुलना में काफी बढ़ गए हैं। कपड़े, रंग और अन्य सजावटी सामग्री की कीमतें बढ़ने के कारण गणेश प्रतिमाओं की कीमतें भी ऊंची हो गई हैं। गणेश चतुर्थी का यह पर्व धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस दौरान, भक्त भगवान गणेश की मूर्तियों की पूजा करके उनके आशीर्वाद की कामना करते हैं। पंडालों में धार्मिक आयोजन, भजन-कीर्तन और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं, जो इस पर्व की उल्लासमयी भावना को और भी बढ़ाते हैं।