स्वास्थ्य महकमा नहीं चलाता चेकिंग अभियान,संचालको के हौसले बुलंद
तौहीद मंसूरी खबर दृष्टिकोण
मोहम्मदी लखीमपुर खीरी
ब्लाॅक क्षेत्र में मानक बिहीन अस्पताल और फर्जी पैथोलाॅजी लैब संचालित हो रहे हैं,लेकिन इन पर कार्रवाई करने के बजाए स्वास्थ्य महकमा के अफसर आंखें मूंदे बैठे हुए हैं। समाचार प्रकाशित होने अथवा उच्च अधिकारियों की शिकायत पर सिर्फ कार्यवाही की खाना पूर्ति हो जाती है लेकिन माह के अंतिम तिथि में अधीक्षक को इन संचालकों द्वारा मोटी रकम देकर धड़ल्ले से कार्य किए जाते हैं।
मोहम्मदी नगर एवं क्षेत्र में बिना डिग्री के डग्गामार अस्पताल मरीजों के जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं।कस्बे में स्थित सरकारी अस्पताल के आसपास व अन्य स्थानों पर बिना पंजीकरण के नामी ग्रामी अस्पताल चला रहे हैं। कस्बे में निजी अस्पतालों की भरमार हैं। सूत्र बताते हैं कि इनमें ज्यादातर बिना पंजीकरण के संचालित हैं। यहां गलत इलाज के कई मामले पूर्व में सामने आ चुके हैं।जिससे कई मासूम की जान तक चली गई।
यही नहीं यहां फर्जी पैथोलॉजी लैब और अल्टासाउंड सेंटर धड़ल्ले से संचालित हैं। सूत्र बताते है कि इन फर्जी लैबों और अल्टासाउंड सेंटरों पर लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। पैथोलाॅजी लैबों पर बैठने वाले कोई भी पैथोलॉजी स्पेशलिस्ट नहीं हैं।अनुभवहीन युवक सिरिंज के सहारे टेस्ट के लिए खून निकालते हैं।जिन पर महकमा के नोटों की चमक में अफसर मेहरबान हैं। इन पर कोई कार्रवाई नहीं करते। इस कारण सचलको के हौसले बुलंद हैं।
सीएमओ के मोबाइल पर संपर्क किया तो दो बार फोन समय 5 बजे लगाने के बावजूद संपर्क नहीं हो पाया।