खबर दृष्टिकोण
मिश्रित /सीतापुर । विकासखंड मिश्रित में तैनात जेई आर ई एस ललित वर्मा मिश्रित ब्लाक में भ्रष्टाचार का पर्याय बने हुए हैं। सूत्रों की माने तो जेई साहब मनरेगा सहित प्रत्येक कार्यों की फाइलों में एमबी करने के नाम पर ग्राम प्रधानों से तीन से पांच प्रतिशत तक सुविधा शुल्क वसूलने का कार्य कर रहे हैं । उनको सुविधा शुल्क न मिलने पर वह कार्य कितना भी सही हो लेकिन वह उस कार्य की एमवी नहीं करते हैं । सूत्र बताते हैं कि प्रत्येक फाइल पर तीन से पांच प्रतिशत तक सुविधा शुल्क लेकर एमवी करते है । उनके द्वारा एक त्रिभुवन नामक व्यक्ति को प्राइवेट रूप से लगाया गया है । जिससे सुविधा शुल्क की वसूली यहीं व्यक्ति करता है । सूत्रों की माने तो जेई साहब इसको कोई सैलरी नही देते हैं । वह इस सुविधा शुल्क से ही अपना काम चलाता है । अब सवाल यह उठता है कि इतना सुविधा शुल्क देकर ग्राम प्रधान कहां से विकास कार्य करा पाएंगे सबसे बडा़ सवाल बना हुआ है । मांमले की जिला प्रशासन और प्रदेश शासन को गंभीरता से जांच कराकर कार्यवाही करने की आवश्यकता हैं ।