लखनऊ खबर दृष्टिकोण। जिलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिलास्तरीय गौ-आश्रय स्थल के मूल्यांकन अनुश्रवण एवं समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में जिलास्तरीय समिति के समस्त सदस्य उपस्थित रहें।बैठक में जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए निर्देशित किया की प्रत्येक गौआश्रय स्थल में भूसा दाना एवं हराचारा उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। हरा चारा वर्ष भर बोया जाये एवं गोवंशो को खिलाया जाये। खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रत्येक गौआश्रय स्थल को उसी गांव या आस-पास के गांव के उपलब्ध चारागाह गौआश्रय स्थल से जोड़ते हुए प्रत्येक दशा में हरे चारे की बोआई की जाये। इस मौसम में उपलब्ध हरेचारे के साथ-साथ गन्ने की पत्तियों को खिलाने की व्यवस्था की जाय।जिलाधिकारी ने गोवंशो को ठन्ड से बचाव हेतु तत्कालिक उपाय जैसे-शेड को चारो तरफ से तिरपाल अथवा पालीथीन, गोवंश के शरीर को ढकने हेतु काऊकोट तथा अलाव की व्यवस्था प्रत्येक दशा में करने हेतु निर्देशित किया।मुख्य विकास अधिकारी ने सभी खण्ड विकास अधिकारी एवं उपमुख्य पशुचिकित्साधिकारियों को निर्देशित किया कि गौआश्रय स्थलों हेतु उपलब्ध करायी गयी धनराशि का उपयोगिता प्रमाण-पत्र प्रत्येक दशा में दो दिन के अन्दर मुख्य पशुचिकित्साधिकारी कार्यालय में उपलब्ध करायें तथा समयाअवधि के अन्दर प्रत्येक माह गौआश्रय स्थलों से धनराशि की मांग एव सहभागिता सत्यापन करना सुनिश्चित करें। ग्रामीण क्षेत्र में निराश्रित गोवंश के गोआश्रय स्थलों पर संरक्षित कराया जाय। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, समस्त खंड विकास अधिकारी व अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।