आजमगढ़ : सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए झूठे मुकदमों मेें फंसा रही है। आजम खां व रमाकांत समेत कई नेताओं को फंसाया गया। सपा मुखिया सोमवार को जिला कारागार में कई मुकदमों में निरुद्ध फूलपुर-पवई क्षेत्र से अपनी पार्टी के विधायक रमाकांत यादव से मिलने पहुंचे थे। लगभग एक घंटे की मुलाकात के बाद बाहर आए, तो सरकार पर हमलावर दिखे। कहा कि सरकार बेरोजगारी और महंगाई जैसे सवालों का जवाब नहीं देना चाहती।इन मुद्दों से जनता का ध्यान हटाने के लिए आवाज उठाने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कारवाई कर उन्हें डराना चाहती है। ऐसे लोगाें को चिह्नित कर जेल भेजा जा रहा है, ताकि वह सरकार के खिलाफ आवाज न उठा सकें। उन्होंने कहा कि रमाकांत यादव को पहले दो दशक पुराने मामले में पहले जेल भेजा गया और उसके बाद लगातार मुकदमे लादे जा रहे हैं। सरकार चाहती है कि रमाकांत यादव जेल से बाहर न आ सकें। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार 2024 के चुनाव की तैयारी कर रही है और सरकार के इशारे पर इस तरह की कार्रवाई की जा रही है।उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले एक इत्र कारोबारी के यहां से दो सौ करोड़ बरामद करके यह कहकर सपा को बदनाम किया गया कि वह सपा का समर्थक है, जबकि ठीक से छानबीन करें, तो पता चलता है कि वह भाजपा का आदमी है और उसके यहां से बरामद रुपये भी भाजपा के लोगों के थे।उन्हाेंने भाजपा पर एक दुग्ध कंपनी को मुनाफा पहुंचाने का आरोप लगाते कहा कि इसलिए दूधी, दही पर जीएसटी लगाने का निर्णय सरकार ने लिया है। प्रधानमंत्री मोदी के टक्कर का विपक्ष के पास नेता के सवाल पर कहा कि जिससे टक्कर लेना है उसके बारे में खुद बताएं कि एक भी ऐसी सड़क बनाई, जिस पर जहाज उतर सके। ऐसी सड़क केवल सपा ने ही बनाई। जिले में एयरपोर्ट बनकर तैयार है, लेकिन उसका लोकार्पण इसलिए नहीं किया जा रहा है कि यहां सपा के लोग उतरने लगेंगे।लोकसभा 2024 के चुनाव को लेकर विपक्ष की तैयारियों व बसपा से गठबंधन के सवाल पर अखिलेश यादव ने स्पष्ट कर दिया है कि जिनके साथ पहले से गठबंधन है उन्हीं के साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे। कोई नया गठबंधन नहीं करने जा रहे।बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव को यह कहते हुए बधाई दी कि दोनों ने मिलकर बिहार को बचा लिया।
