बनाया जाएगा विधान परिषद का प्रत्याशी
लखनऊ, समाजवादी पार्टी अपने असंतुष्ट नेताओं को विधान परिषद की 36 सीटों पर होने वाले चुनाव के जरिए साधने की तैयारी में जुट गई है। इन 36 सीटों में सर्वाधिक 31 सीटें सपा के पास थीं। कई प्रभावशाली नेता ऐसे हैं जिन्हें विधान सभा का टिकट नहीं मिल पाया है और वे पार्टी से असंतुष्ट चल रहे हैं उनमें से कुछ नेताओं को सपा विधान परिषद का प्रत्याशी बनाकर उनकी नाराजगी दूर करेगी। पार्टी ने एमएलसी चुनाव के लिए प्रत्याशियों से आवेदन भी मांगें हैं।विधान परिषद में स्थानीय प्राधिकारी क्षेत्र की 36 सीटाें के लिए चुनाव कार्यक्रम घोषित हो गया है। यह चुनाव दो चरणों में हो रहा है। पहले चरण में 29 क्षेत्रों की 30 सीटों के चुनाव अधिसूचना चार फरवरी को जारी होगी, मतदान तीन मार्च को होगा। दूसरे चरण की छह सीटों के लिए अधिसूचना 10 फरवरी को जारी होगी जबकि मतदान सात मार्च को होगा। इन 36 सीटों में सर्वाधिक सपा के पास 31 सीटें थीं। दो सीटों पर बसपा चुनाव जीती थी। रायबरेली से कांग्रेस के दिनेश प्रताप सिंह जीते थे। बनारस से बृजेश कुमार सिंह व गाजीपुर से विशाल सिंह ‘चंचल’ चुने गए थे। दिनेश प्रताप सिंह बाद में भाजपा में शामिल हो गए थे।सपा के अब तक सात एमएलसी घनश्याम सिंह लोधी, शैलेन्द्र प्रताप सिंह, रमा निरंजन, सीपी चन्द, रविशंकर पप्पू, जसवंत सिंह व नरेन्द्र भाटी पार्टी छोड़कर जा चुके हैं। ऐसे में इन सीटों के साथ ही सपा कुछ सीटों पर अपने प्रत्याशी बदलेगी। इन सीटों पर उन्हें ही मौका दिया जाएगा जिनके साथ पार्टी विधान सभा चुनाव में न्याय नहीं कर सकी है। सपा ने एमएलसी की इन सीटों के लिए उम्मीदवारों के आवेदन भी मांगें हैं। जल्द ही सपा एमएलसी के प्रत्याशियों की घोषणा कर देगी।