मंडल कार्यालय के कार्यकर्ता से पूछताछ, कुबूला 30 लाख लेकर सौंपा था पत्र
लखनऊ। पुराना किला क्षेत्र में स्थित बसपा मंडल कार्यालय में विधानसभा टिकट के नाम पर 30 लाख की ठगी के मामले में आशियाना पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करके पड़ताल शुरू कर दी है। मंडल कार्यालय के कर्मचारी ने पूछताछ में माना कि उसने 30 लाख रुपये लेकर पीड़ित को पत्र सौंपा था।
मालूम हो, कि कौशाम्बी के सिराथू विधानसभा क्षेत्र के मो फरीद खान ने बसपा के पदाधिकारियों पर विधानसभा टिकट के बहाने मंडल कार्यालय में 30 लाख की ठगी का आरोप लगाते हुए शुक्रवार को पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर से शिकायत की थी। जांच में प्रथमदृट्या आरोप सही पाए जाने पर आशियाना पुलिस ने रविवार को मामला दर्ज करके तफ्तीश शुरू की है। फरीद खान का कहना है कि बसपा के सिराथू विधानसभा अध्यक्ष नन्हे पासी ने उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव में बसपा के टिकट के प्रति आश्वस्त करते हुए मोबाइल नम्बर दिया और कहा कि बसपा के बड़े नेता भास्कर से बात कर लें। इस नेता ने पार्टी फंड में 30 लाख रुपये जमा करके बसपा सुप्रीमो मायावती से मुलाक़ात करने की बात कही। नेता के आश्वासन पर फरीद खान रकम लेकर 24 नवम्बर की शाम मायावती के आवास पहुंचे और भास्कर को कॉल की। भास्कर ने उन्हें आशियाना के पुराना किला के पास स्थित बसपा मंडल कार्यालय में भारती नामक कार्यकर्ता के पास रकम जमा करके वहां से पत्र लेकर आने को कहा। मंडल कार्यालय में भारती के न मिलने पर भास्कर ने दूसरे कार्यकर्ता सुरेंद्र से सम्पर्क करने को कहा। सुरेंद्र ने भास्कर से फोन पर बातचीत के बाद फरीद खान को अपने कक्ष में बैठाकर रकम गिनी और पत्र सौंप दिया। भास्कर ने उन्हें मायावती आवास के गेट नम्बर नौ पर पहुँचने को कहा। इसके बाद उसका मोबाइल बंद हो गया। बसपा सुप्रीमो के आवास पर तैनात कर्मचारियों ने इंटरकॉम पर वार्ता के बाद फरीद खान को ठगे जाने की बात कहकर लौटा दिया। वह फिर मंडल कार्यालय पहुंचे। सुरेंद्र ने जवाब दिया कि रकम वह लोग ले गए जिन्होंने उसे पत्र दिया था। इस बीच मंडल कार्यालय में मौजूद नेताओं ने पार्टी की बदनामी की दुहाई देते हुए फरीद खान को तीन-चार दिन में पड़ताल करके रकम वापस दिलाने का आश्वासन देकर चलता कर दिया। हफ्ता भर बाद भी कोई नतीजा न निकलने पर फरीद खान ने पुलिस आयुक्त से गुहार लगाई थी