खबर दृष्टिकोण: अनुराग मिश्रा
गोला गोकर्णनाथ खीरी।
अचानक आये भीषण आंधी तूफान ब बारिश से जहां राहत मिली है,वहीं दूसरी ओर अन्नदाताओं व बागबानी वाले किसानों को भारी नुकसान के साथ उनके अरमानों को भी ठंडा कर दिया है।
रबी मौसम की फसलें गेंहू, सरसों, मसूर, चना की फसलें पककर तैयार थीं, जिनकी कटाई का कार्य तेजी से हो रहा था,तो वहीं बागवानी में आम,नींबू आड़ू की फसलों को भारी नुकसान हुआ है इन किसानों के बगीचों में तूफान ने जमकर तांडव मचाया है।
दिन रात एक कर किसान खेतों में फसलों का अच्छा उत्पादन की उम्मीद लगाए बैठे थे, कि बुधवार शाम उनके अरमानों के साथ पकी फसलों पर भी बादलों ने पानी फेर दिया।अचानक से मौसम में आये बदलाव के साथ तेज रफ्तार से चली हवाओं ने जहां गर्मी से राहत पहुचाई यो दूसरी ओर फसलों को उड़ाकर तहस-नहस कर दिया बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि ने फसलों को बर्बादकर किसानों को कर्ज के दलदल में धकेल दिया।लाखों किसानों की फसलें बर्बाद होने से उनके बच्चों की पढ़ाई, भोजन, कपड़ों के साथ बैंकों के कर्ज सहित सारे जरूरी खर्चों पर बज्रपात हो गया जिससे कि किसानों को निकाल पाना मुश्किल है।वहीं किसानों की माने तो इस भीषण तूफान व बारिश-ओलावृष्टि से पचास प्रतिशत तक उत्पादन भी प्रभावित हो सकता है।



