खबर दृष्टिकोण बाराबंकी। जनपद के रामसनेहीघाट इलाके में पुलिस की कथिक प्रताड़ना से परेशान एक व्यक्ति ने घर के सामने बंद पड़े मकान में फांसी लगाकर जान दे दी। प्राप्त जानकारी अनुसार रामसनेहीघाट कोतवाली क्षेत्र की हथौदा चौकी अंतर्गत कोटवा सड़क निवासी दिवाकर ने रविवार सुबह अपने घर के सामने बंद पड़े एक मकान में फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।परिजनों का आरोप है, कि दिवाकर के बेटे ने घर की महिलाओं के करीब 40- 45 लाख के जेवर चोरी कर अपने कुछ दोस्तों को दे दिया था। इसकी शिकायत पर पुलिस ने आरोपियों के पास से जेवर का बैग बरामद तो कर लिया लेकिन परिजनों के सुपुर्द न करके खुद ही हड़प लिया। परिजनों ने बताया कि जब इस मामले को लेकर आईजीआरएस और उच्च अधिकारियों से शिकायत की तो पुलिस ने उल्टा पूरे परिवार के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट का मुकदमा दर्ज कर दिया। और इसी मामले को लेकर पुलिस लगातार दिवाकर की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश डाल रही थी। पुलिस की प्रताड़ना के चलते ही दिवाकर ने रविवार सुबह आत्महत्या कर ली।अपने घर के सामने बंद पड़े एक मकान में फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली परिजनों ने बताया कि जब इस मामले को लेकर आईजीआरएस और उच्च अधिकारियों से शिकायत की तो पुलिस ने उल्टा पूरे परिवार के खिलाफ एनडीपीएस का मुकदमा दर्ज कर दिया। इसी मामले को लेकर पुलिस लगातार दिवाकर की गिरफ्तारी के लिए घर पर दबिश डाल रही थी। पुलिस की प्रताड़ना के चलते ही दिवाकर ने रविवार सुबह आत्महत्या कर ली। दिवाकर के परिजन अब इंसाफ की गुहार लगाते हुए दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
