*कवन सो काज कठिन जग माहीं जो नहि होत तात तुम पाही*
*मंदिरो मे सुबह से लेकर देर रात तक पूजा पाठ और आरती*
ख़बर दृष्टिकोण
*कोंच(जालौन)* आज मंगलवार को बुढवा मंगल को लेकर नगर के कई हनुमान मंदिरो मे सुंदर सजावट की गई और भक्तो का मंदिरो मे पूजा पाठ और दर्शन करने को लेकर भारी भीड़ लगी रही नगर के मोहल्ला भगत सिंह नगर मे स्थित अति प्राचीन गुदरिया हनुमान मंदिर मे भक्तो का भारी भीड़ सुबह पांच बजे से आना शुरू हो गई थी और मंदिर पर सुंदर सजावट के साथ मंदिर मे काफी चहल पहल रही भक्त लोग श्री राम स्तुति हनुमान चालीसा और बजरंग वाण का विशेष पाठ करते रहे और मंदिरो पर अखण्ड रामायण और सुंदर कांड के आयोजन होते रहे और भक्त लोग चोला चढ़ाते रहे मंदिर पर महंत रमेश दास पुजारी मुकेश विदुआ लोगो को प्रसाद वितरण करते रहे और मंदिर पर भंडारे का भी आयोजन किया भंडारे मे भक्त पुडी सब्जी का आनन्द लेते रहे लाजपत नगर मे स्थित महावीर मंदिर पर भी अच्छी सजावट की गई और यहाँ इस मंदिर पर पुजारी मुरारी दुबे द्वारा आये हुये लोगो को प्रसाद वितरण करते रहे पर यहाँ पर भी पुडी सब्जी बांटी गई नया पटेल नगर स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर मे भी सुबह से लेकर रात तक भक्तो की दर्शन करने की भीड़ लगी रही लोग प्रसाद चढ़ाते रहे मंदिर पर दीपक दुबे सहित कई लोग मौजूद रहे लाजपत नगर मे स्थित नझाई बाजार मे हनुमान मंदिर मे भी खूब अच्छी खासी भीड़ देखी गई यहाँ पर भी भजन कीर्तन होते रहे और लोग प्रसाद गृहन करते रहे जय प्रकाश नगर मे बगला वाले हनुमान मंदिर मे भी भक्तो का जमाबडा रहा प्रताप नगर स्थित भुरजया वाले महावीर मंदिर मे भी विशेष पूजा पाठ होते रहे मालवीय नगर मे स्थित किश्किन्धा मंदिर पर भी सुंदर सजावट की गई और देर शाम तक प्रसाद वितरण होता रहा यहाँ पर परशुराम वर्मा अशोक राठौर आचार्य जी आदि लोग लगे रहे तहसील स्थित हनुमान मंदिर मे पूजा पाठ किये जाते रहे यहाँ पर पं बृज नंदन तिवारी द्वारा प्रसाद वितरण किया जाता रहा कोंच के नजदीकी गाँव दोहर मे प्राचीन हनुमान मंदिर पर कमेटी के द्वारा सुंदर सजावट की गई और यहाँ पर सुबह से रात तक भक्त लोग पूजा पाठ और अन्य धार्मिक कार्य क्रम आयोजित करते रहे यहाँ पर मंदिर के पुजारी कमलेश दुबे द्वारा आये हुये लोगो को प्रसाद देते रहे यहाँ मंदिर पर कमेटी के अध्यक्ष राघवेंद्र तिवारी रामु दुबे श्री नारायण दीक्षित अनिल पटेरिया आदि लोग मौजूद रहे सुरक्षा व्यवस्था मे पुलिस मौजूद रहे