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MUDA धोखाधड़ी: डीके शिवकुमार ने कहा कि हमारी सरकार को अस्थिर करने की हो रही कोशिश, सिद्धारमैया को कांग्रेस विधायकों का साथ मिला

डीके शिवकुमार ने कहा कि भाजपा और जेडीएस हमारी सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं जो कभी नहीं होगा, हमें इसकी परवाह नहीं है कि वे क्या कर रहे हैं।

मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) मामले को लेकर कर्नाटक में कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने कहा कि आज हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि हमारे सभी विधायक सीएम सिद्धारमैया के साथ खड़े होंगे। पूरी कांग्रेस पार्टी सीएम सिद्धारमैया के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल हमारे खिलाफ राजनीति कर रहे हैं। राज्यपाल ने बिना किसी जांच के सीएम के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी है।

डीके शिवकुमार ने कहा कि भाजपा और जेडीएस हमारी सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं जो कभी नहीं होगा, हमें इसकी परवाह नहीं है कि वे क्या कर रहे हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने राज्यपाल थावरचंद गहलोत पर अभियोजन स्वीकृति अनुरोधों को मंजूरी देते समय भेदभाव करने का बुधवार को आरोप लगाया। सिद्धरमैया ने कहा कि लोकायुक्त की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने सोमवार को एक बार फिर राज्यपाल को एक प्रस्ताव सौंपा है, जिसमें कथित अवैध खनन पट्टा मामले में केंद्रीय मंत्री एच. डी. कुमारस्वामी के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल करने की अनुमति मांगी गई है।

एसआईटी ने पिछले साल नवंबर में, केंद्रीय भारी उद्योग एवं इस्पात मंत्री कुमारस्वामी पर मुकदमा चलाने के लिए गहलोत से अनुमति मांगी थी। आरोप है कि कुमारस्वामी ने 2007 में राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर ‘श्री साई वेंकटेश्वर मिनरल्स’ को कथित तौर पर कानून का उल्लंघन करके खनन पट्टा दिया था। सिद्धरमैया ने कोप्पल जिले के गनीगेरा में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि राज्यपाल ने 26 जुलाई को उन्हें ‘‘कारण बताओ नोटिस’’ जारी किया, जबकि उसी दिन उन्हें उनके (मुख्यमंत्री के) खिलाफ अभियोजन की मंजूरी संबंधी अनुरोध पत्र मिला था। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि कुमारस्वामी के मामले में गहलोत ने कोई कार्रवाई नहीं की।

 

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