सरकारी धन की घपलेबाजी करने वाले प्रधानाध्यापक को बीएसए ने किया निलंबित, कार्यवाही से घपलेबाजों में हड़कंप
खबर दृष्टिकोण बाराबंकी
संवाददाता अतुल कुमार श्रीवास्तव
बाराबंकी। खंड शिक्षा अधिकारी की जांच में कम्पोजिट ग्रान्ट की धनराशि व मिड डे मील में घपलेबाजी कर सरकारी धन का गबन करने के दोषी पाए गए प्रधानाध्यापक के ख़िलाफ़ कार्यवाही करते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने प्रधानाध्यापक को निलंबित करते हुए खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय से सम्बद्ध कर दिया है। प्रधानाध्यापक पर हुई कार्रवाई से महकमें के घपलेबाजो में हड़कंप मच गया है।
प्रधानाध्यापक के खिलाफ स्थानीय सभासद व क्षेत्रीय लोगों की शिकायत पर बीती 20 जुलाई को खण्ड शिक्षा अधिकारी हैदरगढ़ ने प्राथमिक विद्यालय निंदूरी की स्थलीय जांच की थी। जांच के दौरान विद्यालय में रंगाई-पुताई की गुणवत्ता खराब पायी गयी थी, शौचालय की साफ-सुथरा नहीं था, कक्षों को टी एल एम द्वारा नही सजाया गया था तथा विद्यालय परिसर भी अत्यंत गंदा पाया गया था। इसके अतिरिक्त कंपोजिट ग्रांट के उपभोग संबंधी विवरण भी दीवाल पर या फ्लैक्स बोर्ड पर अंकित नहीं पाये गये थे। अध्यापक विवरण एवं फोटो फेम विद्यालय में नही लगी थी। जिससे यह प्रतीत हो रहा था कि प्रधानाध्यापक अमरेंद्र शर्मा द्वारा कंपोजिट ग्रांट का उपयोग नियमानुसार न करके सरकारी धन का गबन किया गया है।
खण्ड शिक्षा अधिकारी ने जांच के दौरान विद्यालय की शिक्षण वातावरण भी बेहद खराब पाया गया। बीईओ द्वारा कक्षा 4 व 5 के छात्रों से हिंदी व अंग्रेजी पढ़ने के लिए कहा गया तो बच्चे हिंदी व अंग्रेजी भी नहीं पढ़ सके। मौके पर उपस्थित शिकायतकर्ताओं द्वारा बीईओ को बताया गया कि प्रतिदिन सिर्फ 30-40 बच्चे ही विद्यालय आते हैं, लेकिन प्रधानाध्यापक अमरेंद्र शर्मा द्वारा 100 से ज्यादा बच्चों की फर्जी हाज़िरी भरी जाती है। जिसपर बीईओ ने मध्यान्ह भोजन पंजिका का अवलोकन किया तो विगत कई माह से बच्चों की संख्या सौ से अधिक अंकित की जा रही थी परंतु मौके पर 34 बच्चे ही उपस्थित पाए गये। इसके अतिरिक्त एमडीएम के खाने की गुणवत्ता भी बेहद खराब मिली। मिड डे मील के तहत बनी आलू-सोयाबीन की सब्जी में मसालों की जगह केवल हल्दी व नमक का प्रयोग किया गया था और पानी की मात्रा अधिक थी। मसाले के संबंध में पूछने पर रसोईयां द्वारा गोलमोल उत्तर दिया गया तथा मौके पर रसोईयां गरम मसाला धनिया एवं अन्य सामग्री भी नहीं दिखा सका।
जांच में कमियां मिलने के बाद बीईओ द्वारा प्रधानाध्यापक अमरेंद्र शर्मा को स्पष्टीकरण नोटिस जारी कर तीन दिन के अंदर जवाब मांगा गया था लेकिन आरोपी प्रधानाध्यापक द्वारा कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया। जिसपर बीईओ द्वारा कार्रवाई की संस्तुति करते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को रिपोर्ट प्रेषित की गयी थी। रिपोर्ट को संज्ञान में लेते हुए ज़िला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष देव पाण्डेय ने प्रधानाध्यापक अमरेन्द्र शर्मा पर कार्रवाई करते हुए निलंबित कर खंड शिक्षा अधिकारी हैदरगढ़ कार्यालय से सम्बद्ध कर दिया।