खबर दृष्टिकोण |
लखनऊ | राजधानी लखनऊ में निर्मित लाइट हाउस प्रोजेक्ट का लोकार्पण प्रधानमंत्री मोदी ने विगत 10 मार्च को जनपद आजमगढ़ से कर दिया था,इसके साथ ही उन्होंने इस बात की भी घोषणा की थी,कि 10 दिनों के अंदर सभी लाभार्थियों को उनके आवास की चाभी दे दी जाएगी।जिसमें कुछ लोगों को सूडा के निदेशक अनिल कुमार पाठक द्वारा डमी चाभी भी दी गई और समाचार पत्रों में बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा गया कि लाइट हाउस प्रोजेक्ट के लाभार्थियों को मिली आवास की चाभी, लाभार्थियों में खुशी की लहर प्रकाशित हुई थी लेकिन ठीक इसके विपरीत उक्त घोषणा के बाद न किसी लाभार्थी को चाभी मिली और ना ही किसी प्रकार की कोई सूचना दिया गया |पिछले 5 महीनों से लगातार लाभार्थी अपने आवास की चाभी के लिए दर-दर की ठोकर खा रहे हैं, कभी इस ऑफिस कभी उस ऑफिस के चक्कर काट रहे है और अधिकारी केवल आश्वासन देते रहते हैं, जिससे लाभार्थियों में आक्रोश व्याप्त हो गया है | लगातार इस समस्या से जूझ रहे लाभार्थी सोमवार को सूडा ऑफिस के मुख्यालय पर पहुँच जोरदार प्रदर्शन करने लगे । इस प्रदर्शन के बाद संबंधित अधिकारी ने सभी लाभार्थियों की बात को सुना लाभार्थियों ने अपनी पीड़ा सहायक निदेशक को बताया,लाभार्थियों ने बताया कि हम सभी लोग गरीब व्यक्ति हैं, एक तरफ बैंक का लोन भी दे रहे हैं,दूसरी तरफ मकान का किराया इसके साथ वर्तमान समय में सबसे बड़ी जो समस्या है। वह बच्चों की शिक्षा,क्योंकि चाभी के मिलने का कोई निश्चित समय अभी तक नहीं मिल सका है।इस वजह से बहुत से लाभार्थी अपने बच्चों के एडमिशन को लेकर के असमंजस में है।इन सभी बातों को सुनने के बाद सहायक निदेशक ने सभी लोगों को आश्वासन दिया कि आप लोगों को जल्द ही चाबी दी जाएगी। 15 अगस्त तक हर हाल में चाबी मिल जाएगी।