इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी की ब्रज की रसोई: सेवा, समर्पण और समता का अद्वितीय प्रयास
ख़बर दृष्टिकोण लखनऊ।
लखनऊ। इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी द्वारा संचालित ‘ब्रज की रसोई’ लखनऊ के आशियाना क्षेत्र में प्रत्येक रविवार को समाज के निराश्रित, अकिंचन, विक्षिप्त, असहाय गरीबों व बच्चों को नि:शुल्क पौष्टिक भोजन प्रदान करती है। यह पहल समाज के उन वर्गों के लिए एक राहत की किरण है, जिन्हें अक्सर अनदेखा कर दिया जाता है।
इण्डियन हेल्पलाइन के संस्थापक विपिन शर्मा ने कहा ब्रज की रसोई का मुख्य उद्देश्य समाज के हाशिए पर रह रहे लोगों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना है। सोसाइटी का मानना है कि भोजन सिर्फ पेट भरने का साधन नहीं, बल्कि यह एक ऐसा माध्यम है जो समाज में समानता और सौहार्द को बढ़ावा देता है। उनके अनुसार, हर व्यक्ति को गरिमामय जीवन जीने का अधिकार है और इसका पहला कदम है, उनके लिए पौष्टिक और संतुलित भोजन सुनिश्चित करना।
वरिष्ठ सदस्य सुनयना सिंह झा ने बताया प्रत्येक रविवार, सोसाइटी के स्वयंसेवक आशियाना के चिन्हित क्षेत्रों में जाकर जरूरतमंद लोगों को भोजन वितरित करते हैं। यह सेवा किसी एक स्थान तक सीमित नहीं है, बल्कि कई स्थानों में फैली हुई है। भोजन वितरण के दौरान स्वयंसेवक न केवल भोजन देते हैं, बल्कि लोगों की समस्याओं को भी सुनते हैं और उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिलाते हैं।
संस्था के वरिष्ठ सदस्य राजीव पाण्डेय का कहना है कि ब्रज की रसोई में तैयार किए जाने वाले भोजन को विशेष रूप से पौष्टिक और संतुलित रखने का प्रयास किया जाता है। इसमें ताजे और स्वच्छ सामग्री का उपयोग किया जाता है ताकि लोगों व बच्चों को स्वास्थ्यवर्धक भोजन मिल सके। हर सप्ताह भोजन की मेनू में बदलाव भी किया जाता है, जिससे भोजन में विविधता और स्वाद बना रहे। इस पहल के तहत भोजन में प्रोटीन, विटामिन और अन्य आवश्यक पोषक तत्वों की मात्रा का विशेष ध्यान रखा जाता है।
संस्था के सदस्य नवीन कुमार ने कहा इस पहल को सफल बनाने में समाज के विभिन्न वर्गों का सहयोग महत्वपूर्ण है। स्थानीय व्यापारियों, किसानों और अन्य दानदाताओं की मदद से यह सुनिश्चित किया जाता है कि भोजन की गुणवत्ता और मात्रा में कोई कमी न आए। इसके अतिरिक्त, कई युवा और सामुदायिक संगठनों के स्वयंसेवक भी इसमें सक्रिय रूप से भाग लेते हैं।
संस्था के वरिष्ठ स्वयंसेवक देवांश रस्तोगी से हुई बातचीत में उन्होंने बताया इस सेवा के माध्यम से कई प्रेरणादायक कहानियाँ सामने आई हैं। कई लोग जो पहले निराश्रित और बेसहारा थे, अब समाज में सम्मानपूर्वक जीवन यापन कर रहे हैं। ब्रज की रसोई ने उन्हें न केवल भोजन, बल्कि एक नई उम्मीद और आत्मविश्वास दिया है। एक वृद्ध महिला, जिनका परिवार उन्हें छोड़ चुका था, अब नियमित रूप से ब्रज की रसोई से भोजन प्राप्त करती हैं और उनका जीवन अब पहले से कहीं बेहतर है।
वहीं सस्था के संरक्षक सी. एच. तिवारी ने कहा इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी का लक्ष्य है कि ब्रज की रसोई की सेवा का विस्तार और अधिक क्षेत्रों में किया जाए। इसके लिए वे और अधिक स्वयंसेवकों को जोड़ने और संसाधनों को बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं। उनका मानना है कि इस पहल से समाज में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है और अधिक से अधिक लोगों को मदद मिल सकती है। वे आने वाले समय में मोबाइल किचन वैन की शुरुआत करने की योजना भी बना रहे हैं, जिससे अधिक से अधिक स्थानों पर पहुंच कर लोगों की सेवा की जा सके।
संस्था के स्वयंसेवक बिशु गौड़ ने बताया इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी की ब्रज की रसोई एक अद्वितीय प्रयास है जो समाज के कमजोर और जरूरतमंद वर्गों को एक नई उम्मीद और जीवन का आधार प्रदान करती है। इस पहल की सफलता में समाज के हर वर्ग का योगदान महत्वपूर्ण है, और यह संदेश देती है कि जब हम सब मिलकर किसी अच्छे कार्य के लिए प्रयास करते हैं, तो कोई भी बाधा हमें रोक नहीं सकती। समाज में इस तरह की पहलों से न केवल जरूरतमंदों को मदद मिलती है, बल्कि यह समाज के सभी वर्गों को एकजुट करने का भी काम करती है।
विपिन शर्मा कहते है ब्रज की रसोई के माध्यम से, इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी ने यह साबित कर दिया है कि सेवा और समर्पण के साथ किए गए प्रयास कभी व्यर्थ नहीं जाते, और यह समाज को एक बेहतर और समानता पर आधारित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
आज भोजन वितरण रतन खण्ड पानी टंकी, बिद्यालय व जोन 8 के सामने झुग्गियों में किया गया उसके उपरांत उपस्थित सभी लोगों ने समाज की भलाई के लिए और अधिक तत्परता से काम करने का संकल्प लिया। इस अवसर पर बच्चों ने हर्षोल्लास के साथ पौस्टिक भोजन का आनंद लिया।
आज के इस कार्यक्रम में शामिल प्रेम आनन्द श्रीवास्तव, सी. एच. तिवारी, देवांश रस्तोगी, नवीन कुमार, राजीव पाण्डेय, आकाश शर्मा, आदित्य दीक्षित, गगन शर्मा, रंजीत, विशु गौड़, सुनयना सिंह झा, लक्ष्मी मित्तल, अम्बिका मिश्रा सहित सभी समाजसेवियों का इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी के संस्थापक विपिन शर्मा ने आभार व्यक्त किया l