चुनाव में अधिकारी व्यस्त, गांवों की गौशालाओं का कोई पुरसाहाल नहीं
सदंना / सीतापुर। खेतों और बागों में हमले की आशंका से लोग नहीं जा रहे
हैं।आवारा मवेशियों से ग्रामीणों को अभी भी राहत मिलती नहीं दिख रही है। जिले में बने गौआश्रय शोपीस बनकर रह गए हैं। ग्रामीणों ने संबंधित अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। आवारा सांड के झुंड खेत खलिहान बाजार रोड से भरे हुए हैं। आए दिन कहीं ना कहीं आवारा सांड घटनाओं को अंजाम भी दे रहे हैं। कई जगह सांडों ने तो किसानों की जान भी ले ली। ग्रामीणों का कहना है सरकार करोड़ों रुपए खर्च कर चुकी है। लेकिन यहां समस्या तो जस की तस बनी हुई है। लाखों रुपए गौशाला में लगाए गया है। फिर भी यह समस्या किसानों के लिए मुसीबत बनी हुई है। खेतों में किसान परेशान है। रोड़ों पर राहगीर परेशान है। बाजारों में दुकानदार परेशान है । जिले में वीआईपी नेताओं के दौरे पर अधिकारी कर्मचारियों को आवारा पशुओं को हटाने के लिए रोड पर खड़ा किया जाता है ।जिससे सरकार तक यह बात छुपाई जा सके। इस दौरान ग्रामीणों ने इस समस्या से निजात दिलाने की मांग की है।