खबर द्रष्टिकोण:- जावेद खान
मोहम्मदी खीरी धौरहरा लोकसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरु,जो पहले तेजी से चुनाव मे आगे थे,अब पिछडते नजर आ रहे है,वही आम मतदाता बिल्कुल चुपचाप नजर आ रहा है,धौरहरा लोक सभा मे कुल 16 प्रत्याशी मैदान में अपनी ताल ठोकते नजर आ रहे हैं, परन्तु मुख्य रूप से चुनाव समाजवादी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी ,और बहुजन समाज पार्टी के बीच ही सिमटता दिखाई दे रहा है,नेता , कार्यकर्ता और प्रत्याशी नुक्कड़ सभाओ से लेकर अन्य तरीके से चुनाव प्रचार मे जुटे हुए हैं, वहीं भाजपा का मूल वोटर पर बसपा और सपा की पैनी नजर लगी हुई है, वही भाजपा के पुराने कार्यकर्ता और पदाधिकारी अभी तक मुख्य भूमिका में नजर नहीं आ रहे हैं, समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी जहां टिकट की घोषणा होने पर तेजी के साथ प्रचार प्रसार शुरु हुआ था, परंतु धीरे-धीरे प्रचार धीमा होता दिख रहा है ,वही वसपा का ब्राह्मण प्रत्याशी होने के नाते ब्राह्मणों में भारी समर्थन व सेधमारी होती दिखाई दे रही है, जानकारों और चुनावी विशेषज्ञों की माने तो सपा की टक्कर बहुजन समाज पार्टी से होती दिखाई दे रही है सपा भाजपा का अंदर खाने भारी नुकसान करती नजर आ रही हैं, परंतु भाजपा प्रत्याशी कड़ी मेहनत कर अपने मूल वोटो को वापस लाने का लगातार प्रयास जारी है ,कितना प्रयास सार्थक होता है यह समय के गर्भ में है, समाजवादी पार्टी प्रत्याशी गांव गांव नुक्कड़ सभाओ के माध्यम से अपने पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं, सभी प्रत्याशी वोटरों को लुभाने का पूरा प्रयास कर रहे हैं ,कुल मिलाकर लोकतंत्र के इस महाकुंभ में आम जनता पूरी तरह खामोश नजर आ रही है,वही दूर से ही चुनाव पर अपनी पैनी नजर बनाऐ हुऐ,ऊट किस करवट बैठता है ये तो आने बाला समय ही बताऐगा।