तौहीद मंसूरी खबर दृष्टिकोण
मोहम्मदी-खीरी। वन विभाग एवं पुलिस की मिली भगत से पूरे तहसील क्षेत्र में अंधा-धुंध बागो का कटान बेखौफ जारी है। बागो के कटान पर अगर वन विभाग से जानकारी ली जाये तो कह दिया जाता है कि परमिट है। वही इस परमिट के आड़ में भी खेल होता है दस पेड़ो के परमिट की आड़ में पूरा बाग साफ कर दिया जाता है। बीती रात नगर के पुबाया रोड वन विभाग की चौकी से मात्र 300मीटर की दूरी पर लकड़कटटो द्वारा आम के बाग का कटान किया जा रहा था और जिम्मेदार नोटो की चमक के कारण सोते रहे। पूरे तहसील क्षेत्र में हो रहे अन्धा-धुंध कटान पर वन विभाग के जिम्मेदारो से जब भी जानकारी करो तो बड़ी मुश्किल से फोन उठता है और पेड़ो का बाग का परमिट है कहकर फोन काट दिया जाता अगर कोई प्रेस वाला मौके पर कटान का कवरेज करने चला जाए तो ये लकड़ी माफिया उन पर जानलेवा हमला करने से नहीं चूकते। जहा एक ओर प्रदेश के मुख्यमंत्री हर वर्ष उत्तर प्रदेश में एक साथ बृहद वृक्षा रोपण कर वर्ड रिकार्ड स्थापित कराकर प्रदेश को वायु प्रदूषण से सुरक्षित करने का प्रयास कर रहे है वही इस वृहद वृक्षा रोपण के रखवाले वन विभाग रोपित किये गए वृक्षो को धरातल की अपेक्षा कागजो पर करोड़ो रूपयो का गबन तो करते ही साथ ही इन्ही जिम्मेदारो के संरक्षण में बेखौफ बागो का अन्धा-धुन्ध कटान कराया जा रहा है। गत दिवस कोतवाली मोहम्मदी के पुबाया रोड पर रातो-रात पूरा बाग साफ कर दिया जाता अगर कटान की खबर सोशल मीडिया पर वायरल न होती। इसी प्रकार पूरे तहसील क्षेत्र में रक्षको एवं जिम्मेदारो के संरक्षण में बाग का कटान रात भर चलता है जो आज समाचार प्रेषण तक सम्पन्न भी हो जाता। नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रो में लकड़ी माफियाओ, वन विभाग एवं पुलिस के संरक्षण में रातो-रात बाग काट कर साफ कर दिये और पेड़ो की जड़ो को जेसीबी मशीन से सुबह निकली जा रही हैं जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है उस जगह को ऐसे साफ कर दिया जाता है उस जगह पर कभी बाग था ही नहीं।