शेषनाथ यादव खबर दृष्टिकोण
देवरिया भाटपाररानी किसानों के आंदोलन में शामिल होने दिल्ली जा रहे भाटपाररानी तहसील क्षेत्र के छोटकागांव निवासी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता व उत्तर प्रदेश किसान सभा के प्रांतीय संयुक्त मंत्री कामरेड साधुशरण को पुलिस ने बुधवार की सुबह उनके घर पर ही रोक दिया।इस दौरान पुलिस शाम तक उनके घर पर ही बैठकर उनकी निगरानी करती रही।आखिरकार किसान नेता साधुशरण दिल्ली नहीं जा सके।इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए किसान नेता साधुशरण ने बताया कि किसानों को उनके फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी देने,स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने, पूर्व के आंदोलनों में किसानों के ऊपर दर्ज किए गए मुकदमों को वापस लेने सहित किसानों की तमाम समस्याओं को लेकर 14 मार्च 2024 को संयुक्त किसान मोर्चा के तत्वावधान में दिल्ली के रामलीला मैदान में विशाल धरना -प्रदर्शन का कार्यक्रम रखा गया है।उसमें शामिल होने के लिए मैं अपने समर्थकों व क्षेत्रीय किसानों के साथ बुधवार को ट्रेन द्वारा दिल्ली के लिए रवाना होने की तैयारी में था।उससे पहले ही सुबह में ही मेरे आवास पर पुलिस आ गई।मुझे दिल्ली जाने से रोक दिया गया।पुलिस शाम तक मेरे घर पर मौजूद रहकर मेरी निगरानी करती रही।किसान नेता ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार अपने अड़ियल रवैये के चलते किसानों की बात नहीं मान रही है।वहीं सरकार किसानों के आंदोलन से घबराई हुई है।यही कारण है कि आंदोलन को कुचला जा रहा है।जगह-जगह किसानों को दिल्ली जाने से रोका जा रहा है।वहीं किसानों को रोकने के लिए दिल्ली बार्डर पर बैरिकेटिंग भी की गई है।लेकिन हम इससे डरने वाले नहीं हैं।अब मोदी सरकार के दिन लद चुके हैं।अतः किसानों की समस्याओं को लेकर आंदोलन जारी रहेगा।
