ख़बर दृष्टिकोण लखनऊ
राजधानी ।लखनऊ में शुक्रवार को नेशनल पी.जी. कॉलेज के प्राचार्य प्रो. देवेन्द्र कुमार सिंह के मार्गदर्शन में रसायन विज्ञान विभाग के स्नातक और परास्नातक स्तर के 52 छात्र – छात्राओं ने 7 मार्च 2024 को राजीव गांधी पेट्रोलियम प्रौद्योगिकी संस्थान (आरजीपीआईटी) जायस, अमेठी में प्रयोगशालाओं का दौरा किया और आरजीपीआईटी द्वारा आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला “नेक्स्ट जेन स्पेक्ट्रो माइक्रोस्कोपिक मेथड फॉर एनर्जी इंडिपेंडेंट भारत” में प्रतिभाग किया। प्रो. देवेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि विद्यार्थियों के समग्र विकास के लिये उन्हे समय समय पर नयी तकनीकियों से परिचित कराना एवम् व्यवहारिक ज्ञान प्रदान करना भी अति आवश्यक है। रसायन विज्ञान विभागाध्यक्ष डा.विकास सिंह ने बताया कि आरजीपीआईटी द्वारा आयोजित ये कार्यशाला विद्यार्थियों के व्यवहारिक ज्ञान, बौद्धिक क्षमता, तकनीकी कौशल और पारस्परिक विकास को बढ़ाने में सकारात्मक रूप से सफ़ल रही। विजिट के दौरान रसायन विज्ञान विभाग से 52 छात्र छात्राएं और विभाग अध्यक्ष रसायन डॉ विकास सिंह के साथ अन्य तीन शिक्षक भी मौजूद रहे। कार्यशाला में स्पेक्ट्रोस्कॉपी तकनीकी से संबंधित छह व्याख्यान सुनने को मिला जो की प्रोफेसर टी के मुखर्जी विभाग अध्यक्ष रसायन विज्ञान आईआईटी इंदौर, प्रोफेसर एस के खुराना, आईआईटी गांधीनगर, प्रोफेसर देवासीस पांडा, डीन स्टूडेंट अफेयर आरजीपीआईटी, डॉ एजाज, डॉ शिखा सिंह, डॉ0 मलय साहू और डॉ ओमवीर सिंह आरजीपीआईटी, जायस, अमेठी द्वारा विभिन्न स्पेक्ट्रोस्कॉपी तकनीकी के बारे में विस्तार से बताया।उपर्युक्त कार्यशाला का उद्घाटन प्रोफेसर ए के सिंह निदेशक, आरजीआईपीटी द्वारा छात्रों को उद्बोधन देते हुए किया। जिसमें उन्होंने छात्रों को स्किल के साथ आपसी समझ के साथ काम करने की सलाह दी। प्रोफेसर ए के चौबे विभाग अध्यक्ष साइंस और ह्यूमैनिटीज ने छात्रों को संस्थान में शोध व्यवहार, व्यवस्थाओं और शोध प्रयोगशालाओं से अवगत कराया। दोपहर भोजनावकाश के बाद छात्रों को संस्थान में सीआईएफ नेमार और माइक्रोस्कोपिक प्रयोगशालाओं का दौरा प्रोफेसर ए के चौबे और प्रो डी पांडा के नेतृत्व में कराया उपर्युक्त विजिट के बाद महाविद्यालय में आकर छात्र-छात्राओं ने प्राचार्य देवेंद्र कुमार सिंह से मुलाकात की और ये मौका देने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। प्राचार्य प्रोफेसर डी के सिंह ने विद्यार्थियों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि आप लोगों के समग्र विकास और स्किल डेवलपमेंट के लिए मैं हमेशा प्रयासरत रहूंगा और आप लोगों को भी अपने महाविद्यालय के नाम रोशन करने के साथ विकसित भारत में अपना योगदान देना चाहिए।