खबर दृष्टिकोण
संदना/सीतापुर। गोंदलामऊ क्षेत्र के जरिगवां निवासी डॉक्टर अजय पाल ने विदेशी अफ्रीकन सुटैनिया महोगनी प्रजाति नाम के 17 सौ से अधिक पेड़ लगाए हैं।जिसकी कीमत इन्होंने 10 साल के बाद एक पेड़ की एक लाख रुपए से अधिक होना बताई है। उन्होंने यह भी दावा किया है कि 5 साल में पेड़ फल देना शुरू कर देगा। फलों की कीमत उन्होंने पांच सौ रुपए प्रति किलो ग्राम बताया है।उसके बाद दोबारा फसल पांच साल के बाद ही आने की बात कही हैं। बातचीत के दौरान उन्होंने बताया अफ्रीकन सुटैनिया महोगनी प्रजाति नाम के पेड़ जरिगांव स्थित मल्लहपुर में उन्होंने 17 सौ पेड़ों को एक साथ दो वर्ष पहले लगाया था।अब करीब वह पेड़ 15 फीट ऊंचे हो गए हैं। उनका कहना है प्रति पेड़ 102 रुपए के हिसाब से उन्होंने विदेशी कंपनी से खरीदा था ।पेड़ों की देखभाल के लिए उन्होंने दो लेबरों को परमानेंट बगीचे में लगाया है।
डेढ़ मीटर की दूरी पर सभी पेड़ों की लाइन लगाई गई है ।
हफ्ते में एक बार सभी लाइनों को पानी दिया जा रहा है।
बॉक्स:
अफ़्रीकन सुटैनिया महोगनी प्रजाति नाम का पेड़ औषधि से भरा हुआ है। यह बात डॉक्टर अजय पाल ने कही है। उन्होंने बताया पेड़ की लकड़ी पानी के जहाज और रेलवे तथा बंदूक बनाने में कामगार है। वहीं इसकी फलों की बात की जाए तो उन्होंने बताया पांच सौ रुपए किलोग्राम के हिसाब से आयुर्वेदिक कंपनियां खरीदती हैं। उन्होंने दावा किया है औषधि से भरपूर यह फल कैंसर, शुगर, ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर ,शरीर प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में लाभदाई है।इस दौरान जिसे कई आयुर्वेदिक कंपनियां खरीद कर दवाइयां तैयार करती हैं।
