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सिधौली /सीतापुर। कस्बा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उत्तर प्रदेश आशा बहू कल्याण समिति के आह्वान पर 20 फरवरी से पांच सूत्रीय मांगों को लेकर समस्त आशा बहू व आशा संगिनी कलम बंद, मोबाइल बंद अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चल रहे हैं। शुक्रवार को हड़ताल के तीसरे दिन
आशा बहू व संगिनी ने सीएचसी गेट पर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।
कल्याण समिति के ब्लाक व तहसील सिधौली संरक्षक चंद्रिका प्रसाद रावत तथा ब्लाक अध्यक्ष मीना कुमारी ने बताया कि हम लोगों की मांगे हैं कि प्रोत्साहन राशि को हटाकर निश्चित मानदेय दिया जाए। आशा बहुओं को 18000 व आशा संगिनी को 24000 मानदेय दिया जाए।
मृतक आश्रित आशा, संगिनी के परिवार को योग्यता होने पर आशा, संगिनी के पद पर चयन किया जाए।
24 घंटे सेवा देने के कारण सुरक्षा की दृष्टि से 50 लाख का बीमा कवर दिया जाए। राज्य कर्मचारी का दर्जा दिया जाए। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को हड़ताल का तीसरा दिन है। गर्भवती महिलाओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जब तक सरकार द्वारा हमारी मांगों को नहीं माना जा रहा है तब तक कलम बंद, मोबाइल बंद हड़ताल जारी रहेगी। इस संबंध में सीएचसी अधीक्षक डा. राकेश कुमार वर्मा ने बताया कि आशा संगिनी हड़ताल पर नहीं है वो मीटिंग में शामिल हो रहीं हैं। आशा बहू हड़ताल पर हैं। आशा लोगों के बारे में पता चला है कि ये लोग मरीजों को सीएचसी आने से रोक रही है। हालांकि मैं इसकी पुष्टि नहीं करता हूं।