बांधों के निरीक्षण, निगरानी, सुधार, संचालन, सुरक्षा, पुनरोद्धार व रख रखाव पर हुई चर्चा,
सिंचाई विभाग के सैकड़ों अभियंताओं ने संगोष्ठी में लिया भाग,
खबर दृष्टिकोण |
आलमबाग| रायबरेली रोड उतरठिया के वाल्मी भवन स्थित विश्वबैंक पोषित परियोजना राज्य बांध सुरक्षा संगठन एवम् स्टेट प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग यूनिट कार्यालय के विश्वैस्वरैया सभागार में सोमवार बांध अधिनियम एवम् बांधों की निगरानी, निरीक्षण, संचालन, सुधार, सुरक्षा, पुनरोद्धार, एवम् रख रखाव को लेकर दो दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया । इस मौके पर उत्तर प्रदेश राज्य बांध सुरक्षा एवम् स्टेट प्रोजेक्ट मॉनिटरिंग यूनिट के मुख्य अभियंता ज्ञानेंद्र शरण ने सम्पूर्ण उत्तर प्रदेश से संगोष्ठी में भाग लेने आए अधीक्षण, अधिशाषी व सहायक अभियंताओं समेत अवर अभियंताओं को बांधों को तीन श्रेणियों में बांट कर धर्मा पोर्टल पर अपडेट कर उनकी सुरक्षा एवम् रख रखाव के विषय में गहन व विस्तृत जानकारी साझा किया । मुख्य अभियंता ज्ञानेंद्र शरण ने बताया कि परियोजना के दूसरे चरण में राज्य के 30 बांधों व तीसरे चरण में 9 बांधों समेत कुल 39 बांधों को परियोजना में शामिल किया गया है । परियोजना के दूसरे चरण में बांध सुरक्षा अधिनियम – 2021 के तहत 30 बांधों के निरीक्षण, निगरानी, समस्या समेत अनुरक्षण, संचालन, सुरक्षा और रख रखाव पर विस्तृत चर्चा की गई । उन्होंने संगोष्ठी में शामिल अभियंताओं को पूर्ण पारदर्शिता के साथ त्वरित रूप में तीव्र गति से कार्य संपादित करने का पाठ पढ़ाया । कार्यक्रम की शुरुवात संगोष्ठी में मौजूद रहे सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता स्तर -1 रमेश चंद्रा व मुख्य अभियंता ज्ञानेंद्र शरण के द्वीप प्रज्वलन से हुई । संगोष्ठी में मौजूद सिंचाई एवम् जल संसाधन विभाग उत्तर प्रदेश के मुख्य अभियंता समेत सैकड़ों अधीक्षण, अधिशाषी, सहायक और अवर अभियंता मौजूद रहे । इस मौके पर मुख्य अभियंता ज्ञानेंद्र शरण ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले अभियंताओं की सराहना करते हुए उनका उत्साह वर्धन किया, वहीं लापरवाह अभियंताओं को कड़ी नसीहत दी । कार्यक्रम के अंत में अवर अभियंता संदीप कुमार श्रीवास्तव ने संगोष्ठी में शामिल सभी अभियंताओं का आभार व्यक्त करते हुए संगोष्ठी के पहले दिन के समापन घोषणा की । इस मौके पर मुख्य रूप से अधीक्षण अभियंता आरके वर्मा, सुरेश कुमार, अधिशाषी अभियंता सुनील कुमार, विनय कुमार आदि मौजूद रहे ।