सिलेंडर के रिसाव से महिला समेत दो बच्चे आग की चपेट में आने से बुरी तरह झुलस गए
गंभीर हालत में उन्हें जिला अस्पताल से कानपुर हैलेट के लिए रेफर किया गया जहां उनकी मौत हो गई.
फतेहपुर के ललौली क्षेत्र
खबर दृष्टिकोण
संवाददाता दिवाकर मिश्रा फतेहपुर
यूपी के फतेहपुर में दर्दनाक हादसे में महिला समेत दो बच्चों की मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक ललौली थाना क्षेत्र के खटौली गांव में खाना बनाते समय सिलेंडर के रिसाव से अचानक महिला आग की चपेट में आ गई और उसको बचाने गए उसके दो मासूम बच्चे भी गंभीर रूप से झुलस गए. गंभीर हालत में उन्हें जिला अस्पताल से कानपुर हैलेट रैफर किया गया जहां उनकी मौत हो गई. महिला और बच्चों की इस मौत को संदिग्ध माना जा रहा है.यूपी के फतेहपुर में दर्दनाक हादसे में महिला समेत दो बच्चों की मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक ललौली थाना क्षेत्र के खटौली गांव में खाना बनाते समय सिलेंडर के रिसाव से अचानक महिला आग की चपेट में आ गई और उसको बचाने गए उसके दो मासूम बच्चे भी गंभीर रूप से झुलस गए. गंभीर हालत में उन्हें जिला अस्पताल से कानपुर हैलेट रेफर किया गया जहां उनकी मौत हो गई. महिला और बच्चों की इस मौत को संदिग्ध माना जा रहा है.जानकारी के मुताबिक खतौली गांव निवासी उमेश विश्वकर्मा बाहर काम करता है. घर पर पत्नी अलका (35) और दो छोटे बच्चे परी (5) और गौरव (6) जहां विश्वकर्म रहते हैं. बताया जा रहा है पत्नी सुबह खाना बना रही थी तभी गैस सिलेंडर का पाइप अचानक लीक होने लगा और देखते ही देखते उससे आग निकलने लगी और इस आग की चपेट में अलका बुरी तरह से झुलस आ गई. अलका की आवाज सुनते हुए दोनों बच्चे उसे बचाने के लिए दौड़े लेकिन वह भी इस आग की चपेट में आकर बुरी तरह झुलस गए, तीनों की चीख पुकार सुन आस पड़ोस के लोग मौके पर पहुंचे और तत्काल ही सिलेंडर को किचन से दूर कर बाहर हटाया.
सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां से तीनों की गंभीर हालत देखते हुए कानपुर हैलट के लिए रिफर किया. इस दौरान अस्पताल पहुंचने से पहले ही दोनों बच्चों ने रास्ते में दम तोड़ दिया, तो वहीं अलका ने देर रात अंतिम सांस ली. महिला और उसके दो बच्चों की मौत के बाद से परिजनों में कोहराम मच गया है. सभी का रोरो कर बुरा हाल है. उधर पति भी घर पर मौजूद नहीं था, सूत्रों की माने तो इस घटना के पीछे कोई ना कोई बात जरूर है क्योंकि पति और सास दोनों ही घर पर नहीं थे इसकी एक वजह घरेलू कलह हो सकती है.जानकारी के मुताबिक खतौली गांव निवासी उमेश विश्वकर्मा बाहर काम करता है. घर पर पत्नी अलका (35) और दो छोटे बच्चे परी (5) और गौरव (6) विश्वकर्म रहते हैं. बताया जा रहा है पत्नी सुबह खाना बना रही थी तभी गैस सिलेंडर का पाइप अचानक लीक होने लगा और देखते ही देखते उससे आग निकलने लगी और इस आग की चपेट में अलका बुरी तरह से झुलस आ गई. अलका की आवाज सुनते हुए दोनों बच्चे उसे बचाने के लिए दौड़े लेकिन वह भी इस आग की चपेट में आकर बुरी तरह झुलस गए, तीनों की चीख पुकार सुन आस पड़ोस के लोग मौके पर पहुंचे और तत्काल ही सिलेंडर को किचन से दूर कर बाहर हटाया.
सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां से तीनों की गंभीर हालत देखते हुए कानपुर हैलट के लिए रिफर किया. इस दौरान अस्पताल पहुंचने से पहले ही दोनों बच्चों ने रास्ते में दम तोड़ दिया, तो वहीं अलका ने देर रात अंतिम सांस ली. महिला और उसके दो बच्चों की मौत के बाद से परिजनों में कोहराम मच गया है. सभी का रोरो कर बुरा हाल है. उधर पति भी घर पर मौजूद नहीं था, सूत्रों की माने तो इस घटना के पीछे कोई ना कोई बात जरूर है क्योंकि पति और सास दोनों ही घर पर नहीं थे इसकी एक वजह घरेलू कलह हो सकती है।