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कानपुर। छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू), कानपुर में 38वां दीक्षांत समारोह विश्वविद्यालय के रानी लक्ष्मी बाई प्रेक्षागृह में आयोजित किया गया। जिसकी अध्यक्षता कुलाधिपति राज्यपाल उत्तर प्रदेश आनंदीबेन पटेल जी ने की। दीक्षांत समारोह में डॉ. अंशुमान पाण्डेय को पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई। डॉ. अंशुमान पाण्डेय को विद्यावाचस्पति (पीएचडी) की उपाधि ‘ कल्पसूत्र परम्परा में गोभिलगृह्यसूत्र – एक अध्ययन ‘ पर प्रदान की गई। इन्होंने यह शोध कार्य प्रोफेसर डॉ अनीता सोनकर, विभागाध्यक्ष संस्कृत, वीएसएसडी पीजी कॉलेज के निर्देशन में पूर्ण किया है। यह शोध वैदिक संस्कृत जगत के साथ -साथ भारतीय संस्कृति के संरक्षण तथा कर्मकाण्ड विधान व गार्हस्थ जीवन को सुखद् व अक्षुण्ण बनाए रखने में महती भूमिका निर्वहन करेगा। डॉ. अंशुमान पाण्डेय, रंगनाथ पाण्डेय के पुत्र हैं जो सीतापुर जिले में स्थित ब्रह्मावली गाँव के निवासी हैं। डॉ. पाण्डेय ने इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता व गुरुजनों को दिया है। उनकी इस उपलब्धि पर पूरे क्षेत्र में हर्ष का माहौल है, लोगों ने डॉ. पाण्डेय को बधाई व शुभकामनाएं प्रेषित की हैं।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि हनी बी नेटवर्क के संस्थापक और आईआईएम अहमदाबाद के विजिटिंग फैकल्टी पद्मश्री प्रोफेसर अनिल कुमार गुप्ता मौजूद रहे । विशिष्ट अतिथि के रूप में उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय तथा उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी, आईआईटी कानपुर से जाने माने वैज्ञानिक प्रो. मणींद्र अग्रवाल मौजूद रहे । समारोह में कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक ने विश्वविद्यालय की प्रगति आख्या का विवरण दिया। साथ ही सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए विश्वविद्यालय द्वारा किए गए विकास कार्यों के बारे में अवगत भी कराया। कार्यक्रम में कुलाधिपति आंनदीबेन पटेल जी विश्वविद्यालय के 10 नवीनीकृत भवनों का भी ऑडिटोरियम में लोकार्पण भी किया। साथ ही डिजिलॉकर में एक साथ सभी डिग्री अपलोड कर देश भर में अव्वल रहने पर विश्वविद्यालय की प्रशंसा भी की। उन्होने विश्वविद्यालय में किए जा रहे अकादमिक कार्यों, उपलब्धियों पर प्रशंसा जताते हुए कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक की प्रशंसा भी की। समारोह में पधारे सभी अतिथियों को कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक ने सम्मानित किया। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास पुष्टाहार मंत्री प्रतिभा शुक्ला, महापौर प्रमिला पांडेय, प्रति कुलपति प्रो सुधीर कुमार अवस्थी, कुलसचिव डॉ अनिल कुमार यादव, कार्य परिषद, अकादमिक परिषय के सदस्य गण, संकायाध्यक्ष, सभी विभागाध्यक्ष आदि मौजूद रहे।