परिजनों ने दहेज के परेशान करने का लगाया आरोप।
18 महीने पहले हुआ था विवाह
गौतम पल्ली कोतवाली, पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप।
लखनऊ।संवाददाता
ख़बर दृष्टिकोण लखनऊ।
लखनऊ।पीजीआई कोतवाली क्षेत्र के बरौली खलीलाबाद,पीजीआई लखनऊ में पति के साथ किराए पर रहने वाली सपना यादव ने शुक्रवार को अपने कमरे में पंखे हुक से साड़ी का फंदा लगाकर आत्म हत्या कर ली।सपना यादव मेदांता अस्पताल में नर्स के पद पर कार्यरत थी।
मृतका के भाई की सूचना पर पहुंची पीजीआई कोतवाली पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के भेज दिया।
विनोद यादव,पत्नी अनीता यादव,बेटी सपना यादव,खुशी यादव,और बेटे
आकाश यादव के साथ पिपराघाट,थाना गौतम पल्ली लखनऊ में रहते हैं।
विनोद यादव ने अपनी बेटी सपना का विवाह 18 महीने पहले आशीष यादव मूल निवासी अलीगंज,फरुक्खा बाद, हाल पता चरण भट्टा रोड ,पीजीआई लखनऊ से बड़ी धूमधाम से किया था।
आरोप है कि विवाह के बाद से ही ससुराल पक्ष के लोगों ने दहेज के लिए प्रताड़ित करना शुरू कर दिया था।
जिसके चलते,गौतम पल्ली कोतवाली पुलिस और पीजीआई पुलिस को सूचना दी थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
अशीष यादव लुलु मॉल में काम करता है।पिछले कुछ दिनों से किराए पर सेक्टर 12, बरौली खलीलाबाद में पत्नी के साथ रह रहा था। लड़ाई झगड़े के बाद सपना 2 दिन से मायके में थी।
शुक्रवार 1बजे वह मेदांता अस्पताल ड्यूटी जाने के लिए अपनी स्कूटी से निकली थी।जब काफी देर तक फोन नहीं आया तो भाई आकाश ने सपना को फोन किया तो जवाब नहीं मिला। अस्पताल फोन किया तो जवाब मिला कि वह ड्यूटी पर नहीं है।आकाश ने अपने दोस्त तेलीबाग निवासी अनुज को फोन किया, और बरौली खलीलाबाद जाकर देखने को कहा करीब पौने तीन बजे अनुज पहुंचा,थोड़ी देर में आकाश भी पहुंच गया। दरवाजा खटखटाया लेकिन कोई जबाव नहीं मिला।
आकाश ने पुलिस को सूचना दी,सूचना पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़कर देखा तो सपना का शव फंदे से लटका हुआ था।
मृतका सपना के भाई आकाश ने पति- आशीष यादव, ससुर रविदेव सिंह, सास मालती देवी, जेठ अभिषेक यादव, जेठानी किरण यादव,
विवेक , अल्का पत्नी विवेक तथा आल्का का देवर विपुल शर्मा (जो पुलिस में है।) एवं अल्का की देवरानी राधिका (उ० प्र० पुलिस मे है।) जिसका पता निवासी – 590-पी०/ वाई पी. एल. एल. जी. – 029 यमुना जी पुरम चरन भट्ठा रोड पी.जी.आई. लखनऊ। पर आरोप लगाते हुए तहरीर दी है पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।
इंस्पेक्टर पीजीआई राणा राजेश कुमार सिंह ने बताया कि मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।आरोपियों पर समुचित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।