पचोर (हरीश भारतीय) खबर दृष्टिकोण। पचोर शहर की प्राचीन धरोहर विश्वनाथ महादेव बड़ा शिवालय मंदिर निर्माण का कार्य जोरोशोरो से चल रहा है। शिवालय के नव निर्माण के निमित्त पुराने जर्जर मंदिर को ध्वस्त किया गया. जिसमे कई पुरानी पाषाण प्रतिमा व प्राचीन पत्थरो के अवशेष निकले।बड़ी बड़ी शिलाए इस प्रकार रखी हुई थीं की कभी भी कोई अनहोनी हो जाती। क्योंकि मंदिर सदियों पुराना बना हुआ था।
जिर्ण के भीतर से लगभग दो सो वर्ष पुरानी ईंटो का चूरा निकला.नपाध्यक्ष विकास करोड़िया का कहना है की भगवान शिव की कृपा से ही यहा मंदिर खड़ा हुआ था।इसकी ऐसी अवस्था हो गईं थीं की मंदिर के जिर्ण के अंदर से बड़ी बड़ी पोल निकली है। न जाने भगवान शिव ही जाने की किस तरह यह शिखर खड़ा हुआ था.श्री करोड़िया ने नगर के आस्थावान श्रद्धालुओं से अपील की है की तन मन धन से सहयोग मंदिर निर्माण में अपना पुण्यमयी सहयोग प्रदान करें।
मंदिर निर्माण समिति के सदस्यगण दीपक चौहान, राजकुमार जुलानिया ने बताया की भगवान शिव की कृपा से जनसहयोग द्वारा यहा मंदिर का नवनिर्माण किया जा रहा हैं। इसके निर्माण में पुरे पचोर शहर की महत्त्वपूर्ण भूमिका है। यह मंदिर वर्षो से नहीं अपितु सदियों से सम्पूर्ण नगर और क्षेत्र की आस्था का केंद्र रहा है।