ख़बर दृष्टिकोण लखनऊ। छत्रपति शाहू जी महाराज विवि, कानपुर में दो दिवसीय शिक्षा मंथन-2023 का आयोजन किया गया। जिसके प्रथम दिवस पर आज प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।
02 दिन के इस शिक्षा मंथन कार्यक्रम के प्रथम दिवस पर आज यहां उच्च शिक्षा के संस्थानों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति–2020 के क्रियान्वयन, नैक मूल्यांकन, नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क, क्यूएस एशिया रैंकिंग, क्यूएस ग्लोबल रैंकिंग, मातृभाषा में पुस्तक निर्माण, अनुवाद, परीक्षा सुधार जैसे महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर विस्तृत विचार-विमर्श किया गया।
कार्यशाला में जिन बिंदुओं पर चर्चा हुई, उसकी एक रिपोर्ट तैयार की जाएगी। रिपोर्ट के आधार पर ही प्रदेश के विश्वविद्यालयों की शैक्षिक गुणवत्ता में बदलाव लाने की तैयारी है।
प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने कहा कि उत्तर प्रदेश में वर्तमान सरकार से पूर्व शिक्षा का ढांचा बिगड़ गया था और शिक्षा का स्तर चरमरा गया था। लेकिन मा० कुलाधिपति महामहिम राज्यपाल आनंदीबेन पटेल जी के नेतृत्व एवं मुख्यमंत्री योगी के सहयोग से उत्तर प्रदेश में शिक्षा के स्तर में सुधार आया है। प्रदेश में शिक्षा का स्तर सुदृढ़ हुआ है। वर्तमान में उत्तर प्रदेश के कई विश्वविद्यालय नैक में A++ की श्रेणी में हैं। अब हम अपने विश्वविद्यालयों को विश्वस्तरीय और एशिया स्तर की रैंकिंग प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं। इसी परिप्रेक्ष्य में यहां पर मंथन कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें शिक्षा को गुणवत्तापरक, रोजगारपरक एवं संस्कृति व संस्कारयुक्त बनाए जाने पर चिंतन व मनन किया जाएगा। इस मंथन से जो अमृत निकलेगा उसका उपयोग शिक्षा के प्रचार-प्रसार व प्रगति में सहायक होगा।