मोहनलालगं।निगोहां के नंदौली गांव में झील में कब्जेदारी को लेकर हुए विवाद में मंगलवार को राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर पूरी झील का निरीक्षण किया।इस दौरान मौके पर पट्टा धारको समेत सैकड़ो की संख्या में ग्रामीण मौजूद रहें। ग्रामीणों का आरोप था कि पट्टा धारकों द्वारा सिंघाड़े की फसल में जहरीली दवाइयां डाली जाती है और इस झील में अप्रवासी पक्षी भी आते है और दूषित पानी पीनें से उनकी मौत हो जाती है। इसी बात को लेकर गांव में तनाव बन जाता है।वही मौके पर मौजूद पट्टाधारको ने ग्रामीणो के आरोप को निराधार बताया है।निगोहा के नंदौली व रामदासपुर ग्राम पंचायत में स्थित झील का पट्टा मत्स्य पालन के लिए किया गया था।सोमवार को झील पर पहुंचे कुछ लोग गांव के कुछ लोग मछली निकाल रहे थे ।और सिंघाड़े की बेड की नर्सरी को निकालकर फेक रहे थे। इसी दौरान दो पक्षों में जमकर मारपीट हुई थी। जिसमें आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गये थे.मंगलवार को इस मामले में एसडीएम हनुमान प्रसाद ने टीम गठित नायाब तहसीलदार अनुपम वर्मा के नेतृत्व में क्षेत्रीय लेखपाल समेत राजस्व टीम के साथ भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया। इस दौरान सैकड़ो की संख्या में मौजूद ग्रामीणों का आरोप था कि पट्टा धराको द्वारा सिंघाड़े की फसल में जहरीली दवाइयां डाली जाती है इस झील में सैकड़ो की संख्या में अप्रवासी पक्षी आते है और पानी पीने से उनकी मौत हो जाती है। वहीं मामले में जांच करने पहुंचे नायाब तहसीलदार ने बताया कि जांच रिपोर्ट बुद्बवार को एसडीएम को सौपी जायेगी ।एसडीएम हनुमान प्रसाद मौर्य ने बताया नायाब तहसीलदार के नेतृत्व में राजस्व टीम को मौके पर जांच के लिये भेजा गया है,जांच रिपोट मिलने के बाद आगे की कार्यवाही के लिये उच्चाधिकारियों को भेजी जायेगीं।
