जालौन – बीते 8 अप्रैल को नगर में उस वक्त हड़कंप मच गया जब कालपी नगर के निकासा गेट के बगल में बनी एक चर्चित कबाड़ी की दुकान व उसके सामने बनी बिल्डिंग की दुकान में रेलवे का बीस कुंतल लोहा कालपी कोतवाली पुलिस ने दुकानदार समेत धर दबोचा और दुकानदार को पकड़कर अपने सरकारी महल में ले गयी फिर क्या था कोतवाली में बैठकर दुकानदार से सौदाबाजी हुई और रात के अंधेरे में रेलवे का लोहा निकालने का प्लान बना लिया।
इतना ही नही कालपी कोतवाली में बैठने वाले कुछ दलालों को मैनेज करने के लिए भी उनका हिस्सा निकाल दिया गया।
कैसे शुरू हुआ रात के अंधेरे में रेलवे का लोहा गायब करने का खेल
आपको बता दें कि जैसे ही रात का अंधेरे में करीब ग्यारह बजे नगर के कुछ मीडिया कर्मियों को खबर मिली कि पुलिस रेलवे का लोहा दुकान से निकलवाने का प्लान बना रही है वैसे ही तत्काल कुछ मीडियाकर्मी व हिन्दू जागरण मंच के कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए और देखते ही देखते कोतवाली की पुलिस रात को तीन बजे तक हाइवे में कालपी से जोल्हूपुर मोड़ के बीच अपने सरकारी गाड़ी से फर्राटे भरती रही लेकिन पुलिस की नजरें सिर्फ मीडियाकर्मियों पर टिकीं थी कि किसी तरह मीडियाकर्मी यहां से जाएं और पुलिस अपना कांड कर डाले फिलहाल उसी दौरान मीडिया कर्मियों के पास कई तथाकथित दलालों के फोन भी आये और बोले आप लोग वहां से निकल आओ आपका मैनेज हो जाएगा लेकिन मीडियाकर्मी मौके से नही हटे जिसके बाद देर रात तीन बजे मीडियाकर्मी मौके से चले गए और पुलिस ने कोतवाली में बैठने वाले कुछ दलालों के साथ अपना खेल कर रेलव का बीस कुंतल लोहा दुकान से गायब कर डाला।
मीडियाकर्मियों द्वारा खबर चलाने पर कोतवाली के चर्चित सिपाही द्वारा दबाव बनाकर खबर कराई गई डिलीट,मीडियाकर्मी ने आडियो पर कबूला चर्चित सिपाही का नाम
आपको बता दें कि मीडियाकर्मियों द्वारा जैसे ही इसकी खबर सोशल में प्रकाशित हुई बस फिर क्या था कालपी कोतवाली में तैनात एक चर्चित सिपाही व प्रभारी निरीक्षक के चेहरे का भूगोल ही बदल गया और पत्रकार को फोन कर कोतवाली में बुला कर गांधी जी छपे कागज से मैनेज कर खबर को डिलीट करवा दी लेकिन लुटेरा सिपाही ये भूल गया कि सच को जितना दबाओगे वो उतना ही विस्फोट बनकर जनता के सामने आएगा फिलहाल खबर तो डिलीट करवा दी गई लेकिन डिलीट कराने से पहले ही कुछ मीडियाकर्मियों ने उस वीडियो को अपने मोबाइल में डाउनलोड कर लिया और सोशल मीडिया में वायरल कर दिया फिर क्या था कोतवाली कालपी की पुलिस के पसीने छूट गए कि ये क्या हो गया साहब अब जिले में बैठे कप्तान साहब को क्या जबाव देंगे फिलहाल उसी दिन से जनपद के ईमानदार पुलिस अधीक्षक डॉ ईराज राजा को प्रभारी निरीक्षक समेत चर्चित लुटेरा सिपाही गुमराह करने में जुटा हुआ है।
खबर चलाने के बाद रात में मीडियाकर्मी के घर पर चुर्खी थाने के सिपाहियों को कालपी कोतवाली पुलिस ने खबर डिलीट कराने को भेजा
एक कहावत है कि पुलिस की जब नौकरी फसती है तो अपनी नौकरी बचाने के लिए सब कुछ कर देती है यहां तक कि पत्रकारों के खास लोगो से भी सिफारिशें करवा देती है वहीं हाल कालपी कोतवाली पुलिस का है जहां एक पत्रकार ने कालपी कोतवाली पुलिस में तैनात कुछ लुटेरों की जब सोशल मीडिया में पोल खोल दी तो सिपाहियों के पैरों तले से जमीन खिसक गई जिसके बाद सिपाही ने चुर्खी थाने में तैनात अपने ही विभाग के सिपाहियों को देर रात पत्रकार के घर भेजा और पत्रकार से खबर डिलीट कराने के एवज में मैनेज करने को कहा लेकिन सच लिखने वाला पत्रकार मैनेज नही हुआ।
आखिर जनपद के ईमानदार पुलिस अधीक्षक इस मामले में क्यों नही कर रहे कोई कार्यवाही।
बीते एक सप्ताह से रेलवे का लोहा पकड़कर रात के अंधेरे में गायब कराने के मामले में पत्रकारों के द्वारा लगातार खबर प्रकाशित की जा रही है लेकिन जिला मुख्यालय में बैठे जनपद के ईमानदार पुलिस अधीक्षक डॉ ईराज राजा द्वारा क्यों कार्यवाही नही की जा रही है ये जांच का विषय है।कहीं कोतवाली में तैनात चर्चित सिपाही व प्रभारी निरीक्षक पुलिस अधीक्षक जालौन को मामले से गुमराह तो नही कर रहे ये तो आने वाला समय तय करेगा।