हमीरपुर। कानपुर-सागर राष्ट्रीय राजमार्ग को कानपुर-झांसी राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ने का काम जल्द पूरा होगा। इसके लिए शेष बचे राठ-गरौठा मार्ग के निर्माण की कवायद तेज है। काश्तकारों की भूमि अधिग्रहण का काम 55 फीसदी पूरा हो चुका है। वन व राजकीय भूमि के अधिग्रहण के काम में कार्यदायी संस्था पीडब्ल्यूडी विश्व बैंक जुटी है। जिसके बाद करीब 300 करोड़ रुपये की लागत से इसका जल्द निर्माण शुरू कराया जाएगा।वर्ष 2015 में कानपुर-सागर राष्ट्रीय राजमार्ग को हमीरपुर से राठ, गरौठा होते चिरगांव में झांसी-कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ने का प्रस्ताव तैयार किया गया था। जिसे तीन भागों हमीरपुर-राठ, राठ-गरौठा व गरौठा-चिरगांव तक निर्माण कराया जाना था। तमाम झंझावातों के बाद हमीरपुर-राठ व गरौठा-चिरगांव को स्वीकृति मिली। जिनका निर्माण वर्ष 2019-20 में पूरा करा लिया गया। जबकि राठ-गरौठा 35 किमी मार्ग पूरा न होने के चलते लोगों को इसका पूरी तरह लाभ नहीं मिल पा रहा था। वहीं शासन ने इसे भी स्वीकृति दे दी है।पीडब्ल्यूडी विश्व बैंक कानपुर के सहायक अभियंता सर्वेश शुक्ला ने बताया कि जल्द ही इसका निर्माण शुरू कराया जाएगा। बताया कि अभी भूमि अधिग्रहण का कार्य चल रहा है। जिसमें काश्तकारों की भूमि अधिग्रहण का कार्य 55 फीसदी पूरा हो गया है। वन विभाग व राजकीय भूमि के अधिग्रहण का काम चल रहा है। जेई साजिद अंसारी ने बताया कि करीब 300 करोड़ रुपये की लागत से निर्माण कराया जाना है। 55 करोड़ रुपये मिले थे। जिसमें से करीब 27 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके है। वित्तीय वर्ष समाप्त होने के कारण शेष धनराशि समर्पित कर दी। धनराशि मिलते ही आगे का काम शुरू किया जाएगा। मार्ग 10 मीटर चौड़ा बनाया जाएगा। यह राठ कस्बे में साई मंदिर के निकट से होकर गुजरेगा।
कानपुर व झांसी आवागमन होगा आसान
– राठ कस्बा वासियों के अनुसार हाईवे निर्माण पूरा होने पर यहां से झांसी व कानपुर पहुंचना आसान हो जाएगा। क्षेत्र का व्यापार कानपुर, झांसी व ग्वालियर से जुड़ा है। इसके बनने से व्यापारियों को लाभ मिलेगा।