भूमि कब्जा करवा रही पुलिस का वीडीओ बनाना युवती को पड़ा महंगा।
पीड़िता ने दोषी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई किये जाने की लगाई गुहार।
कर्नलगंज, गोण्डा। एक तरफ जहां एसपी आकाश तोमर महिलाओं, बालिकाओं की सुरक्षा हेतु अभियान चलाने की बात करते हुए मित्र पुलिस के दावे कर रहे हैं वहीं उनके दावे की अधीनस्थ पुलिस कर्मी हवा निकालते हुए खाकी का रौब दिखाकर विभाग की छवि दागदार कर रहे हैं। इसी क्रम में कोतवाली कर्नलगंज क्षेत्र में पुलिस कर्मियों का बर्बर और हैवानियत भरा अमानवीय चेहरा सामने आया है। जहां पुलिस द्वारा भूमि कब्जा कराने का वीडीओ बनाना एक युवती को मंहगा पड़ गया। दरोगा मनीष कुमार व सिपाही दोनों छत पर चढ़ गए और उसका मोबाइल छीनते हुये बाल पकड़कर पटक दिए और लात मूका से मारने लगे व मोबाइल छीनते हुये युवती की जमकर पिटाई कर दी और आरोप है कि दोनों लोग उसका बाल पकड़ कर घसीटते हुये दूसरे के दरवाज़े तक लेकर चले गए। वहीं खुलेआम दरवाज़े पर बैठकर मोबाईल से वीडीओ डिलीट कर दिया। पीड़िता ने दोषी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई किये जाने की गुहार लगाई है।
प्रकरण कोतवाली कर्नलगंज अन्तर्गत ग्राम बबुरास के मजरा जूड़ा अहिरन पुरवा से जुड़ा है। यहां की निवासिनी एक युवती ने पुलिस के उच्चाधिकारियों को आनलाईन प्रार्थना पत्र दिया है। जिसमें कहा गया है कि बुधवार को दोपहर बाद उसके गांव के ही एक व्यक्ति से लाभ अर्जित करके हल्का दरोगा मनीष कुमार एक सिपाही के साथ पहुंचे और उसके सहन की भूमि पर जबरन नींव भरवाने लगे। वह अपने मकान की छत पर चढ़ गई और वीडीओ बनाने लगी। जिस पर दरोगा व सिपाही दोनों छत पर चढ़ गए और उसका मोबाइल छीनते हुये बाल पकड़कर पटक दिए और लात मूका से मारने लगे। आरोप है कि दोनों लोग उसका बाल पकड़ कर घसीटते हुये दूसरे के दरवाज़े तक लेकर चले गए। दरोगा व सिपाही से छूटने के बाद उसने एसपी, सीओ, कोतवाल, महिला हेल्प लाइन 1090 के साथ डायल 112 पर बारी बारी से फोन करके घटना के बारे में बताया। लेकिन कोई कार्रवाई नही हुई। जबकि दरोगा व सिपाही उसके ही दरवाज़े पर बैठकर उसके मोबाईल से वीडीओ डिलीट करते रहे। युवती ने बताया कि मोबाईल से वीडीओ डिलीट करने का वीडीओ उसके पास मौजूद है। इससे पूर्व 10 मार्च को दोपहर बाद हल्का दरोगा व सिपाही बैठकर नींव खोदवाये थे। उसने कोतवाली में तहरीर दिया मगर कोई कार्रवाई नही हुई। 14 मार्च को वह एसपी के समक्ष पेश हुई। कुछ देर बाद दरोगा ने फोन करके उसे कोतवाली बुलाया जहां जबरन एक कागज पर उसका हस्ताक्षर करवा लिया। पीड़िता ने दोषी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई किये जाने की मांग की है। इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक सुधीर सिंह से दूरभाष पर संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उनका फोन नेटवर्क क्षेत्र से बाहर होने से संपर्क नहीं हो सका।
