इटियाथोक, गोण्डा। ब्लॉक क्षेत्र के कुकुरिहा पंचायत के मजरा तीत गांव करुवापारा में सरकारी जमीन पर लगे पूजनीय नीम व पीपल के वृक्ष को काटकर प्रस्तावित पानी टंकी निर्माण कराने के विरोध में आक्रोशित ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से प्रदर्शन कर नाराजगी व्यक्त की और शासन प्रशासन से सर्वाधिक आक्सीजन देने वाले हिंदुओं के आस्था और विश्वास के प्रतीक इन वृक्षों को कटने से बचाने की मांग की। गांव निवासी संत गिरधारी लाल ने बताया कि पूर्वजों के द्वारा लगाए गए पीपल के पेड़ पर ब्रह्म देवता का वास है। गांव के तमाम लोग सुबह-शाम इन वृक्षों की पूजा अर्चना कर गांव के सुख समृद्धि की कामना करते हैं। नवरात्रों में गांव की महिलाएं नीम के पेड़ पर जल व फल फूल चढ़ाकर मां भगवती की पूजा आराधना लगातार कई वर्षों से करती आ रही हैं। उक्त जमीन पर पानी टंकी निर्माण के लिए ग्राम सभा के द्वारा प्रस्ताव दिया गया था। राजस्व टीम के द्वारा पैमाइश कर जमीन का चिन्हांकन कराया गया है। उक्त जमीन पर लगे नीम व पीपल के पूजनीय वृक्षों को काटकर ही पानी टंकी का निर्माण कार्य कराया जा सकता है। मामले में जिलाधिकारी व एसडीएम सदर को प्रार्थना पत्र देकर देव वृक्षों की सुरक्षा हेतु किसी अन्य स्थान पर पानी टंकी का निर्माण कराने की मांग की गई है। इस मौके पर पार्वती देवी, कलावती, रानी देवी,सरस्वती, छोटका, रामसेवक, हजारी, पंकज भारती, रामकरण पाण्डेय, बच्चाराम भारती, बहादुर सोनकर, देवता प्रसाद, माया देवी, अर्चना देवी, सत्य प्रकाश सहित काफी संख्या में लोग मौजूद रहे।
