रायबरेली, । राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के तहत मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. वीरेंद्र सिंह के निर्देशन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अमावा ने 21 क्षय रोगियों को गोद लिया है| इसके साथ ही एक क्षय रोगी सीएचसी अधीक्षक डॉ रोहित कटियार ने भी गोद लिया | जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ अनुपम सिंह की अध्यक्षता में सीएचसी पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया |
इस मौके पर जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि क्षय रोगियों को गोद लेकर उन्हें पोषाहार किट प्रदान करने के साथ ही भावनात्मक सहयोग भी प्रदान किया जा रहा है | पोषाहार किट में प्रोटीनयुक्त आहार जैसे – मूंगफली, दलिया, चना औरगुड़ शामिलहै | इसके साथ ही सही पोषण के लिए इलाज के दौरान निक्षय पोषण योजना के तहत सरकार की तरफ से प्रति माह 500 रुपये की धनराशि सीधे खाते में भेजी जाती है | जिला क्षय रोग अधिकारी ने कहा कि लगातार दो हफ्ते तक खांसी आना, शाम के समय बुखार रहना, बलगम में खून आना, वजन का न बढ़ना यह टीबी के संभावित लक्षण हैं | यदि इनमें से कोई भी लक्षण प्रकट हों तो निकटतम स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर जांच कराएं | स्वास्थ्य केंद्रों पर क्षय रोग की जांच और इलाज निशुल्क उपलब्ध है | उन्होंने कहा कि टीबी की दवा का सेवन चिकित्सक की सलाह पर नियमित करना चाहिये | बीच में दवा नहीं छोड़नी चाहिए |इस मौके पर अधीक्षक डॉ रोहित कटियार ने कहा कि साल 2025 तक देश को क्षय मुक्त करने के प्रधानमंत्री के संकल्प को सभी के सहयोग से ही पूरा किया जा सकता है |वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक करुणा शंकर मिश्र ने बताया कि क्षय रोग की जांच एवं इलाज सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर निःशुल्क उपलब्ध है |
इस मौके पर बीसीपीएम चंद्र किशोर, कप्तान सिंह, मनोज सिंह, खुर्शीद रामबली आदि मौजूद रहे |