बैराज से भारी मात्रा में पानी छोड़ने से बाढ़ के पिछले रिकॉर्ड तोड़ने की उम्मीद
रोहितसोनी उरई
दैनिक खबर दृष्टिकोण।
निचले इलाकों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाने की कबायद तेज
कई गांव का संपर्क कालपी से टूटा
कालपी जालौन। राजस्थान के कोटा बैराज से भारी मात्रा में पानी छोड़ने के कारण यमुना नदी का जलस्तर निरंतर बढ़ने से लोग बेचैन होने लगे हैं। पिछले वर्ष भी यमुना में आई भीषण बाढ़ से कई गांव में एवं कालपी नगर में बाढ़ की भयावह स्थिति हो गई थी।इस वर्ष यमुना में आई बाढ़ से लोग बेचैन हैं। कालपी में यमुना नदी का खतरे का निशान 108 मीटर पर है। वुधवार की देर शाम को यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार करते हुए 117,5 मीटर से अधिक पहुंच गया है। जिससे यमुना नदी के किनारे बसे गांवों व कालपी के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी घुसने की संभावनाओं को देखते हुए प्रशासन भी हाई अलर्ट मोड पर आ गया है।
कालपी क्षेत्र में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से करीब सवा मीटर पर पहुंचने के बाद यमुना नदी के किनारे बसे गांवों में यमुना का पानी पहुंचने की संभावना बढ गई है। दर्जनों गांवों का संपर्क कालपी से टूट चुका है।
कालपी क्षेत्र में यमुना में आई बाढ़ से हीरापुर मैनपुर मगरोल दहेलखंड, रायड़, कीरतपुर देवकली आदि दर्जनों गांव का संपर्क कालपी से टूट गया है। कालपी से रॉयड़, गुलौली जाने वाली रास्ता पर यमुना नदी का पानी भर गया है। जिससे गांव का आवागमन थप्प हो गया है। वही महेवा ब्लाक के किरतपुर देवकली मगरोल मैनूपुर, शेखपुर गुढ़ा, आदि दर्जनों गांव का भी संपर्क सडक में पानी भर जाने की वजह से कालपी से टूट चुका है। यमुना नदी के तटवर्ती इलाकों में नचले इलाकों में बसे लोगों को भी सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की कवायद तेज कर दी गई है। यमुना में बढ़ रहे जलस्तर से प्रशासन भी अलर्ट मूड में है। यदि यमुना का जलस्तर इसी तरह बढ़ता रहा तो एक-दो दिन में कालपी क्षेत्र में तबाही का मंजर देखने को मिल सकता है। जानकारी सूत्रों के मुताबिक एमपी तथा राजस्थान में भारी बारिश तथा कोटा बैराज से भारी मात्रा में पानी छोड़ने का असर यमुना नदी में है। समझा जाता है कि आगामी दो दिनों तक जलस्तर बढ़ता रहेगा। तथा बाढ़ के पिछले रिकॉर्ड तोड़ने की उम्मीद जताई जा रही है। वर्ष 2021 में यमुना का जलस्तर 117.5 मीटर पहुंच गया था। तथा बाढ़ के कारण आधा दर्जन मुहल्ले यमुना नदी के पानी से जलमग्न हो गए थे।