रायबरेली – मा0 अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण/जनपद न्यायाधीश श्री अब्दुल शाहिद के दिशा-निर्देशन में व सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अभिनव जैन के आदेशानुसार पराविधिक स्वयं सेवकों के द्वारा 10 अगस्त 2022 को चक धौरहरा स्थित बालक/बालिका आश्रय गृह में आवासित बच्चों का हाल-चाल जाना गया। इस दौरान एक बालिका सुमन पटेल उम्र लगभग 16 वर्ष से पूछने पर उसके द्वारा बताया गया कि उसे रेलवे पुलिस द्वारा बाल कल्याण समिति रायबरेली को सौंपा गया है। उसे बाल कल्याण समिति के द्वारा 21 मई 2022 को बाल गृह बालिका भेज दिया गया। तब से वह यहाँ आवासित है, जिस पर पराविधिक स्वयं सेवक पूनम सिंह, मनोज कुमार प्रजापति व पवन कुमार श्रीवास्तव द्वारा बालिका को उसके घर जाने के लिए समझाया गया। समझाने के उपरांत बालिका अपने घर जाने के लिए तैयार हुई। पराविधिक स्वयं सेवक के द्वारा बालिका के घर से सम्पर्क किया गया जिस पर बालिका के घर से उसके माता व भाई उसको लेने 16 अगस्त 2022 को आये। तदोपरांत बाल कल्याण समिति से रिहाई आदेश के द्वारा बालिका को नियमानुसार उसके माता व भाई के सुपुर्द कर दिया गया।लड़की के अनुसार उसके माता-पिता उसकी शादी करवा देना चाहते थे। इसलिए वह अपने घर से भागकर वाया प्रयागराज रायबरेली दिनांक 21 मई 2022 को ट्रेन से आई पुलिस द्वारा उसे बालिका आश्रय गृह में दाखिल करवा दिया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव व पराविधिक स्वयं सेवकों के द्वारा लड़की को समझाया गया कि वह भविष्य में कभी अब घर से न भागे और साथ ही साथ उसके घर वालों को भी समझाया गया कि लड़की की शादी बिना उसकी इच्छा के एवं 18 वर्ष की उम्र पूरी न हुए करवाना गैर कानूनी है। लड़की को उसके घर जाने वाली बस जौनपुर में पराविधिक स्वयं सेवकों द्वारा बैठा दिया गया। लड़की व उसके घर वाले काफी प्रसन्न थे।