लखनऊ: उत्तर प्रदेश प्राईवेट वाहन चालक यूनियन, लखनऊ द्वार अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार अपनी 9सूत्रीय मांगों को लेकर सैकड़ों की तादाद में यूनियन अध्यक्ष रमेश कश्यप के नेतृत्व में अपर श्रमयुक्त कार्यालय 23, ए.पी. सेन रोड, लखनऊ पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर अपनी मांगों का ज्ञापन मुख्यमंत्री एवं प्रमुख सचिव श्रम को सौंपा। यूनियन के महामंत्री अमित यादव ने अपने सम्बोधन में कहा कि प्रदेश एवं केन्द्र सरकार ने चुनाव के समय घोषणा की थी कि ई-श्रम कार्ड धारकों को 5 लाख रू० का स्वास्थ्य बीमा तथा दुर्घटना में मृत्यु की दशा में दो लाख रू० देने की बात कही थी। इसमें हमारी मांग है कि शासनादेश जारी कर पीड़ितों को इसका लाभ तत्काल दिलाये जाने की व्यवस्था की जाये। एआई.टी.यू.सी के महासचिव चन्द्रशेखर ने कहा कि इस समय बेरोजगारी परम सीमा पहुँच गई है। प्राइवेट वाहन चलाने वाले चालकों के लिए कोई ठोस सामाजिक सुरक्षा का प्राविधान न होने से इनकी स्थिति बहुत ही दयनीय है। हमारी सरकार से मांग है कि ई-श्रम पर पंजीकृत ड्राईवर कर्मचारी को तत्काल प्रभाव से समाजिक सुरक्षा का लाभ प्रदान किया जाये। ए.आई.टी.यू.सी. के जिला अध्यक्ष, लखनऊ रामेश्वर प्रसाद यादव अपने चालक यूनियन की मांगों पर चर्चा करते हुए सरकार से अनुरोध किया कि शासन द्वारा तत्काल प्रभाव से शासनादेश लाकर ई-श्रम कार्ड धारकों को तत्काल लाभ दिलाये जाने की प्रभावी कार्यवाही हो।
धरने को सम्बोधित करने वाले प्रमुख रूप से प्रदेश उपाध्यक्ष-गस्तराम पाण्डे, प्रदेश कोषाध्यक्ष रंजीत सिंह, प्रदेश संयुक्त मंत्री तरुण कन्नौजिया, संगठन मंत्री अरूण कुमार, प्रदेश प्रचार मंत्री-रमगोपल कश्यप, प्रदेश कार्यकारणी सदस्य छेदी लाल, जिला संगठन मंत्री राम
किशोर, जिला प्रचार मंत्री रमेश कुमार यादव, जिला उपाध्यक्ष-संदीप कुमार मिश्रा, जिला मंत्री लक्ष्मी नारायण, क्षेत्रीय प्रचार मंत्री सरोज कुमार, क्षेत्रीय प्रचार मंत्री अरसीद अली, पूर्व जिला संगठन मंत्री शिवन सोनी, पूर्व महानगर अध्यक्ष अरुण मौर्य सहित तमाम ड्राइवर कर्मचारी धरना प्रदर्शन में शामिल होकर अपनी मांगों के लिए आवाज उठाई।
