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विश्व हाथ स्वच्छता दिवस पर पीजीआई में कार्यक्रम आयोजित हुआ

 

 

संवाददाता /रघुनाथ सिंह

 

हाथों की सफाई से संक्रमण का खतरा 50 फ़ीसदी कम।

 

17 में से एक की मौत का कारण अस्पताल का संक्रमण

लखनऊ। संवाददाताल

हाथों की अच्छे से सफाई करने से अस्पतालों में भर्ती मरीजों में 50 फीसदी संक्रमण कम हो सकता है। अस्पताल के संक्रमण से मरीज को बचाने के लिए स्वास्थ्यकर्मी और तीमारदार साफ सफाई पर ध्यान दें।

इससे मरीजों को एंटीबायोटिक दवाएं कम खानी पड़ेंगी। अस्पताल में कम रुकने के साथ बीमारी भी तेजी से ठीक होगी। इससे इलाज में खर्च भी कम होगा। यह बातें गुरुवार को पीजीआई के अस्पताल संक्रमण नियंत्रण समिति द्वारा एचडी खुराना प्रेक्षागृह में आयोजित हैंड हाइजिन जागरूकता अभियान में अस्पताल प्रशासन विभाग के प्रमुख डॉ. राजेश हर्ष वर्धन ने कहीं। उन्होंने कहा कि अस्पताल में भर्ती 17 मरीजों में से एक की मौत का कारण अस्पताल में हुआ संक्रमण जिम्मेदार होता है। इसे आम लोगों की सजगता और जागरूकता से कम किया जा सकता है।

हर मरीज को देखने से पहले हाथों की सफाई करें

पीजीआई निदेशक डॉ. आरके धीमन ने स्वास्थ्यकर्मी एक मरीज को देखने के बाद हाथों की सफाई करने के बाद ही दूसरे मरीज को छुएं। ग्लव्स भी बदलने चाहिए। इसका सख्ती से पालन कर संक्रमण के विस्तार को रोका जा सकता है।

सेनिटाइजर का प्रयोग करें

स्वास्थ्यकर्मी के हाथ में यदि खून लगा है तो वह हाथों को साबुन से धुलें या फिर सेनिटाइजर का उपयोग करें। इसके उपयोग के बाद हाथों के सूखने के बाद ही दूसरे मरीज को छुएं। हाथ गीले होने पर जीवाणु मरते नहीं हैं। यह दूसरे मरीज में प्रवेश कर जाने से संक्रमण हो सकता है। अस्पताल संक्रमण नियंत्रण समिति का न्यूजलैटर भी जारी किया गया। कार्यक्रम में रंगोली व पोस्टर प्रतियोगिता के पुरस्कारों की घोषणा चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण की संयुक्त निदेशक डॉ. प्रवीणा धीमन के नेतृत्व में किया गया। इस मौके पर संस्थान के सीएमएस डॉ. गौरव अग्रवाल, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. वीके पॉलीवाल,डॉ. रिचा मिश्रा,डॉ. अमित गोयल व धिकिल सीडी समेत 150 डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहे।

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