रायबरेली – जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव के निर्देश पर जनपद स्तरीय एवं विकासखण्ड स्तरीय अधिकारियों के माध्यम से एक साथ विगत 28 अप्रैल को प्रातः 7.30 बजे से लेकर मध्याह 12.00 बजे तक जनपद के समस्त विकास खण्डों तथा नगरीय क्षेत्र के आंगनबाड़ी केन्द्रों तथा प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों का औचक स्थलीय निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान लगभग 300 प्राथमिक विद्यालयों तथा 300 आंगनबाड़ी केन्द्रों का औचक निरीक्षण कराया गया। अधिकारियों द्वारा मौके पर जाकर विद्यालयों में अध्यापकों एवं छात्रों की उपस्थिति, मध्याहन भोजन वितरण तथा कायाकल्प के अन्तर्गत कराए गए कार्यों का विस्तृत निरीक्षण एवं अवलोकन किया गया। आंगनबाड़ी केन्द्रों पर आंगनबाड़ी कार्यकत्री एवं आंगनबाड़ी सहायिकाओं की उपस्थिति तथा केन्द्र संचालन की गुणवत्ता का भी पर्यवेक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों द्वारा अनुपूरक पुष्टाहार के रूप में बच्चों एवं गर्भवती धात्री महिलाओं को दिये जाने वाले पौष्टिक आहार जैसे गेहूं, दलिया, फोर्टिफाइड चावल, चना दाल तथा फोर्टिफाइड तेल के प्राप्त एवं वितरण की स्थिति की जानकारी प्राप्त की गयी। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्रों पर उपलब्ध आधारभूत सुविधाओं जैसे पेयजल, शौचालय, बच्चों के बैठने की व्यवस्था, विद्युत कनेक्षन तथा आंगनबाड़ी केन्द्र पर बच्चों का वजन एवं लम्बाई मापे जाने हेतु उपलब्ध उपकरणों के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की गयी। अधिकारियों द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्र पर नियमित रूप से पुष्टाहार वितरण, साफ-सफाई स्वच्छता तथा आंगनबाड़ी केन्द्रों पर बच्चों की उपस्थिति बढ़ाये जाने के सम्बन्ध में अनेक सुधारत्मक सुझाव भी अपनी रिपोर्ट में अधिकारियों द्वारा प्रदान किया गया है। निरीक्षण के दौरान 04 आंगनबाड़ी कार्यकत्री एवं 08 आंगनबाड़ी सहायिका अनुपस्थित पाई गयी। जिन्हे कारण बताओं नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। अधिकारियों द्वारा निर्धारित समय पर विद्यालयों का निरीक्षण करने पर विद्यालयों में छात्र उपस्थिति विद्यालय संचालन की गुणवत्ता का पर्यवेक्षण भी किया गया।अधिकारियों द्वारा मध्यान्ह भोजन का निरीक्षण करने पर प्राथमिक विद्यालय सिसनी भुवालपुर, छतोह, प्रा0वि0 पूरे लाल सिंह, जगतपुर व प्रा0वि0 बेलागुसीसी, राही में मेन्यू के अनुसार भोजन वितरित न किये जाने की स्थिति पाई गई है। जिसके क्रम में संबंधित को पृथक से नोटिस निर्गत की गई है। शेष सभी विद्यालयों में मध्यान्ह भोजन मीनू (गुरुवार) के अनुसार रोटी व सब्जी युक्त दाल बना पाया गया तथा कई अधिकारियों के निरीक्षण के समय मध्यान्ह भोजन छात्रों में वितरित किया जा रहा था, जो मेन्यू के अनुसार गुणवत्तापरक था। कतिपय विद्यालयों के ऑपरेशन कायाकल्प के अन्तर्गत निर्धारित पैरीमीटरों के अनुसार पूर्ण रूप से संतृप्तीकरण न होने की स्थितियों के संदर्भ में सम्बन्धित ग्राम पंचायत से समन्वय स्थापित कर पाई गई कमियों का निवारण कराने हेतु आवश्यक कार्यवाही की जायेगी। अधिकारियों द्वारा विद्यालयों में मेन्यू के अनुसार मध्यान्ह भोजन वितरण, साफ-सफाई स्वच्छता तथा विद्यालयों में बच्चों का नामांकन एवं उपस्थिति बढ़ाये जाने के सम्बन्ध में सुधारत्मक सुझाव भी दिए गए। साथ ही अधिकारियों द्वारा निरीक्षण के समय सर्पोटिव सुपरविजन भी किया गया। उल्लेखनीय है कि परिषदीय विद्यालय एवं आंगनबाड़ी केन्द्र गांव बच्चों एवं महिलाओं के पोषण स्वास्थ्य एवं शिक्षा के सुधार की एक महत्वपूर्ण कड़ी है। जिसके माध्यम से 06 वर्ष तक तथा 6 से 14 वर्ष के बच्चों में शारीरिक, मानसिक सहित सर्वांगीण विकास की नींव रखी जाती हैं तथा बचपन को सहेजा जाता हैं।जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने बताया कि आंगनबाड़ी केन्द्रों तथा विद्यालयों का नियमित अनुश्रवण भविष्य में भी कराया जाता रहेगा तथा केन्द्र संचालन में आ रही समस्याओं को दूर कराया जायेगा एवं फील्ड स्तरीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों के स्तर पर यदि कोई लापरवाही पाई जाती है तो कठोरतापूर्वक दण्डित भी किया जायेगा।