25 फीसदी ये कर्मचारी सुबह सवा दस बजे अपनी सीट पर नहीं मिले थे
लखनऊ । ड्यटी पर समय से न पहुंचने वाले नगर निगम के 119 कर्मियों की मुसीबत बढ़ सकती है। इन कर्मचारियों से समय पर दफ्तर न पहुंचने का स्पष्टीकरण मांगा गया है। अब कर्मचारियों को एप 311 के साथ-साथ रजिस्टर में भी अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी। 16 अप्रैल को नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी को निरीक्षण में नगर निगम मुख्यालय में 25 फीसदी ये कर्मचारी सुबह सवा दस बजे अपनी सीट पर नहीं मिले थे।१६ अप्रैल को सुबह 10.10 बजे नगर निगम मुख्यालय के अभियंत्रण विभाग के कमरा नंबर 40 में वरिष्ठ लिपिक कैसर रजा, विष्णुजी तिवारी, सत्येंद्र कुमार, पंकज वर्मा सुखदेव, आनंद मिश्र अनुराग शुक्ला और सभी अनुचर अनुपस्थित पाए गए थे। इसमे कार्यालय में तैनात वरिष्ठ लिपिक कैसर रजा को कारण बताओ नोटिस और अन्य कर्मचारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। कमरा नंबर 214 बंद मिला था, जो अवर अभियंता सुरेश शर्मा को आवंटित था। मुख्य अभियंता कार्यालय में लिपिक पुनीत कुमार कंप्यूटर आपरेटर देवेश अवस्थी के अलावा छह अन्य कर्मचारी सीट पर नहीं मिले थे।लेखा विभाग की उपस्थिति पंजिका में एक अनुचर योगेश ही पाया गया, जबकि सात अनुचर गायब थे। लेखा विभाग के लिपिक कविशंकर मिश्र, आशुतोष, रमेश, कुलदीप सिंह शुभम रस्तोगी को छोड़कर शेष लिपिक गैर हाजिर पाए गए थे। नगर अभियंता-एक कार्यालय में लिपिक रामबाबू और लेखा परीक्षा विभाग में 10.25 बजे तक तो लेखा परीक्षक से लेकर कोई कर्मचारी ही ड्यूटी पर नहीं आया था। उद्यान विभाग में भी लिपिक मिर्जा इरशाद बेग, जाकिर अली और रंजना अस्थाना के अलावा सभी अनुचर, रिकार्ड रूम में लिपिक नारायण सीट से गायब मिले थे।10.30 बजे तक खजाना विभाग में ताला लटका मिला था। लेखाकार रामअचल बसंत गैरहाजिर थे। जोन-एक कार्यालय में तैनात लिपिक कुलदीप चौधरी और विधि विभाग में लिपिक गौरव त्रिपाठी, अनिल सिंह, प्रशांत बीथिका चक्रवती नवल किशोर, प्रचार विभाग में दीपक सिंह राणा, तब्जीर अहमद, अंकुर श्रीवास्तव, पेंशन अनुभाग में लिपिक राजेंद्र कुमार और विनोद कुमार भी गायब थे।