जिम संचालक ने अपने तीन दोस्तों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था
मास्टरमाइंड जिम संचालक समेत दो आरोपित अभी फरार
हत्या में इस्तेमाल स्कार्पियो, दो मोबाइल और मृतक का आधार कार्ड बरामद
कानपुर, । बर्रा न्यू श्याम विहार के दारोगा के इकलौते बेटे रिषभ की हत्या से जुड़ी साजिश का राजफाश हो गया है। प्रेम प्रसंग में विवाद के चलते महोबा के एक जिम संचालक ने अपने तीन दोस्तों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था। इनमें से दो को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि मास्टरमाइंड जिम संचालक समेत दो आरोपित फरार हैं। दोनों की लोकेशन मध्य प्रदेश के छतरपुर में मिली है। पुलिस की एक टीम इनकी तलाश में रवाना हो चुकी है। वहीं, हत्या में इस्तेमाल स्कार्पियो, दो मोबाइल और मृतक का आधार कार्ड पुलिस ने बरामद कर ली है।बर्रा के न्यू श्याम विहार दामोदर निवासी राकेश कुमार का इकलौता बेटा रिषभ कुमार सिंह छह अप्रैल की शाम किसी का फोन आने पर घर से निकला था। रात तक घर न लौटने पर मां ऊषा ने बर्रा थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। गुरुवार शाम रिषभ का शव सचेंडी थाना क्षेत्र की नहर में मिला था। सीसीटीवी की धुंधली फुटेज में छिपा था सुराग: कार्यवाहक डीसीपी साउथ संकल्प शर्मा ने बताया कि पुलिस ने मृतक रिषभ के फोन नंबर की सीडीआर निकलवाई तो आखिरी काल एक युवती की निकली। इससे पहले एक काल महोबा के युवक ने की थी। हालांकि, यह नंबर बंद मिला। इसके बाद, पुलिस ने करीब एक दर्जन संदिग्ध नंबरों को खंगालना शुरू किया। इस बीच, पुलिस टीम के हाथ एक अहम सुराग लग गया। नौबस्ता चौराहे के आसपास के सीसीटीवी कैमरे में एक स्कार्पियो और एक संदिग्ध युवक की धुंधली फुटेज मिल गई। इससे पहचान नहीं हो पा रही थी। इस दौरान, फजलगंज के सीसीटीवी में भी वही स्कार्पियो नजर आ गई। इसका फुटेज साफ था, जिसके आधार पर जांच की गई तो स्कोर्पियो महोबा के एक ट्रैवल एजेंसी संचालक राकेश कुमार राठौर की निकली।पूछताछ में उसने बताया कि उसका परिचित जिम संचालक रवीन्द्र उर्फ टीपू साहू अपने दोस्तों के साथ बुकिंग के नाम पर गाड़ी ले गया था। इस पर, पुलिस ने टीपू के दोस्त महोबा के सुभाष नगर निवासी अमित यादव और अभय प्रताप सिंह को उठा लिया और अपने साथ बर्रा थाने ले आई। यहां पूछताछ में अमित ने सारे राज उगल दिए। उसने बताया कि टीपू के कहने पर उसने रिषभ को फोन कर नौबस्ता बाईपास पर बुलाया था। गाड़ी में उसके अलावा टीपू, तौफीक उर्फ मामू और अभय मौजूद थे। टीपू ने पीछे से रिषभ का गला दबाकर मार डाला। इसके बाद शव को सचेंडी के नहर में फेंक दिया। उसने जिस सिम से फोन किया था, उसे भी कहीं फेंक दिया। वहीं, दोनों फरार हत्यारोपितों की लोकेशन मध्य प्रदेश के छतरपुर में मिली है। उन्हें पकड़ने के लिए एक टीम पहुंची है।पुलिस पूछताछ में दोनों आरोपितों ने बताया कि महोबा की एक युवती का पहले रिषभ से प्रेम प्रसंग था। इस बीच, रिषभ के पिता का महोबा से कानपुर ट्रांसफर हो गया। इसके बाद युवती जिम संचालक टीपू साहू के संपर्क में आ गई थी। इससे नाराज रिषभ महोबा के अपने दोस्तों को युवती का अश्लील वीडियो भेजकर बदनाम करने लगा। इसकी जानकारी मिलने पर टीपू ने हत्या की योजना बनाई थी।एसीपी गोविंदनगर विकास पांडेय ने बताया कि अमित ने रिषभ को बुलाने के लिए जिस नंबर की आइडी का इस्तेमाल किया था, वह किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर था। उसी नंबर से महोबा के एक कारोबारी के बेटे ने भी बीते वर्ष अप्रैल माह में ही रिषभ को काल की थी और एक वर्ष बाद कारोबारी के बेटे ने रिषभ के साथ चार अप्रैल को पार्टी भी की थी। पुलिस ने उसे उठाया था। कुछ खास सुराग न मिलने पर उसे छोड़ दिया, हालांकि क्लीन चिट नहीं दी गई है। मुख्य हत्यारोपित टीपू और तौफीक की गिरफ्तारी के बाद कुछ राज और खुल सकते हैं।