मोहनलालगंज लखनऊ – विकासखंड मोहनलालगंज के शहरी व ग्रामीण इलाकों की सड़कें सरकार के गड्ढा मुक्त अभियान की पोल खोल रही हैं विधानसभा से लेकर लोकसभा के चुनाव में प्रत्याशियों ने सड़कों के मरम्मती करण का मुद्दा बनाकर जनता से वोट बटोरने का काम किया है। सत्ता मिलने के बाद जनता को उनके हाल पर ही छोड़कर मलाई काटने में लगे हैं। 2024 लोकसभा का चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आता जा रहा है प्रत्याशी जनता की समस्याओं को फिर दोहराने लगे हैं बताते चलें मोहनलालगंज इलाके की गंगागंज से नगराम तक नगराम से खुजौली को जानें वाली सड़क जर्जर खस्ताहाल है 1 घंटे का सफर 3 घंटे में पूरा करने को राहगीर मजबूर हैं। गंगागंज से नगराम तक की जर्जर सड़क में बारिश के समय जलभराव की स्थिति बन जाती हैं इसका विरोध करते हुए गत वर्ष समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक ने धरना प्रदर्शन कर सड़क में बने गड्ढों में धान रोपाई कर सरकार पर निशाना साधा था वही कहावत चरितार्थ हो रही है सत्ता बदली सरकार बदली नहीं बदले मोहनलालगंज इलाके की सड़कों के हाल मोहनलालगंज गोसाईगंज संपर्क मार्ग खुजौली से नगराम तक का मुख्य मार्ग करीब 15 किलोमीटर जर्जर हो चुका है। क्षेत्रीय ग्रामीणों ने विधायक से लेकर संसद तक सड़कों के मरम्मती करण की गुहार लगाई। लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो सका। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गंगागंज से नगराम सड़क के मरम्मत कार्य के लिए 17 करोड़ रूपए का बजट भी पास हो चुका है। उसके बाद भी सड़क के हाल जैसे के तैसे बने हैं। जनता क्षेत्रीय प्रतिनिधियों को चुनकर अपने आप को ठगा महसूस कर रही हैं। मानसून के दस्तक देते ही अधिकांश सड़कों पर पैदल चलना मुश्किल हो जाता है। यही नहीं कई रास्ते पूरी तरह से बंद हो जाते हैं।
